महासमुुंद (वायरलेस न्यूज़) । संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने गर्मी में पेयजल व्यवस्था के लिए कलेक्टर को पत्र लिखकर डीएमएफ से बीस लाख रूपए की राशि स्वीकृत कराने ध्यानाकर्षित कराया।
यहां यह बताना लाजिमी होगा कि महासमुंद नगरपालिका छत्तीसगढ़ प्रदेश का सबसे बड़ा नगरपालिका है। जहां करीब 90 हजार से अधिक नागरिक निवासरत हैं। गर्मी के दिनों में पेयजल को लेकर दिक्कतें आती हैं। पिछले दिनों नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने संसदीय सचिव व विधायक श्री चंद्राकर से पेयजल व्यवस्था को लेकर विचार-विमर्श किया था। वहीं मुख्य नगरपालिका अधिकारी ने संसदीय सचिव श्री चंद्राकर से शहर में पेयजल व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण की मांग करते हुए बताया कि वर्तमान में शहर में पेयजल व्यवस्था दुरूस्त करने की जरूरत है। शहरवासियों को पेयजल समस्या से निजात दिलाने के लिए खराब हैंडपंप को मरम्मत करने तथा नए मोटर पंप खरीदने की राशि की जरूरत है। चूंकि निकाय निधि में पर्याप्त राशि नहीं होने के कारण उक्त सामाग्री क्रय करने में नगरपालिका असमर्थ है। लिहाजा पेयजल व्यवस्था के लिए राशि स्वीकृत कराने की मांग की। जिस पर संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने शहर में पेयजल व्यवस्था के लिए कलेक्टर को पत्र लिखकर डीएमएफ से 20 लाख रूपए की राशि स्वीकृत कराने ध्यानाकर्षित कराया है।
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वनोपज समिति के प्रबंधकों ने जताया आभार
छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज सहकारी समिति के प्रबंधकों ने वेतनवृद्धि किए जाने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, वनमंत्री मोहम्मद अकबर व संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चंद्राकर का आभार जताया है। प्रबंधकों ने बताया कि प्राथमिक लघु वनोपज सहकारी समिति के प्रबंधकों का मासिक पारिश्रमिक 12 हजार 500 रूपए से बढ़ाकर 20 हजार रूपए मासिक कर दिया गया है। जिसके लिए वे लगातार मांग कर रहे थे। उन्होंने बताया कि संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने उनकी मांगों को लेकर भी प्रदेश सरकार का ध्यानाकर्षित कराया था। जिस पर संघ के प्रांताध्यक्ष विनोद सिन्हा, रामाधर लहरे, सुरेश सोनी, श्री रावटे, संतोष तिवारी, देवीसिंह ठाकुर, फगनूराम, विवेक सिंह, हेमलाल कन्नौजे, झनकलाल सिन्हा, रूद्रेश ध्रुव, राजेश्वर पौराणिक आदि ने प्रदेश सरकार के साथ ही संसदीय सचिव श्री चंद्राकर का आभार जताया है।