ईंट भट्ठे में काम करने वाली महिलाओं ने ऑनलाईन टे्रनिंग लेकर शुरू किया खुद का फ्लाईऐश ब्रिक्स प्लांट, कमिश्नर डॉ.अलंग ने कहा वेल डन
रायगढ़, 2 जून 2022/ ईच्छाशक्ति के बूते आदमी अपने सपने व सोच को साकार कर सकता है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है भेलवाटिकरा के गौठान में काम कर रही है राधा महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने। पहले ईंट भट्ठे में काम करने वाली ये महिलाएं आज अपना खुद का फ्लाईऐश ब्रिक्स प्लांट चला रही है। महिला समूह का काम देखने बिलासपुर संभाग आयुक्त डॉ.संजय अलंग पहुंचे थे। उन्होंने समूह से उनके काम के बारे में चर्चा की। महिलाओं ने बताया कि पहले वे दूसरे ईंट भट्ठे में मजदूरी का काम करती थी। जिला प्रशासन के सहयोग से उन्होंने यह फ्लाईऐश ब्रिक्स प्लांट डाला है। इसके लिए उन्होंने ऑनलाईन वीडियोज देखकर टे्रनिंग ली है और अपना काम कर रही है। इस काम से उन्हें 4 माह में तकरीबन 4.5 लाख की आय हुई है। जिसमें से 1.25 लाख रुपए लोन को उन्होंने चुका दिया है। इस पर कमिश्नर डॉ.अलंग ने खुशी जाहिर करते हुए महिला समूह के काम तथा उनके जज्बे की तारीफ की और आगे बेहतर करने के लिए अपनी शुभकामनाएं दी। उन्होंने जिला प्रशासन की पहल की भी सराहना की। उन्होंने महिलाओं से कहा कि जैसे आपका काम का स्तर बढ़ेगा उसके लिए आपको उद्यमिता के गुर भी सीखने है। जिससे आप सभी अपने उत्पादन की सेल्स और मार्केटिंग भी संभाल सकें। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को महिला समूह की आवश्यकतानुसार संसाधन व सहयोग उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इस दौरान अपर कलेक्टर श्री आर.ए.कुरूवंशी, उपायुक्त अर्चना मिश्रा, एडिशनल सीईओ जिला पंचायत श्री बी.तिग्गा, एसडीएम श्री युगल किशोर उर्वशा सहित अन्य विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
अपने काम का रखें पूरा लेखा-जोखा-डॉ.अलंग
अपने प्रवास के दौरान कमिश्नर डॉ.अलंग पुसौर विकासखण्ड के सूपा गौठान भी पहुंचे। यहां उन्होंने मल्टी एक्टिविटी सेंटर में महिला समूहों द्वारा की जा रही आजीविका गतिविधियों के बारे में कार्यरत महिलाओं से चर्चा कर जानकारी ली। महिलाओं ने बताया कि यहां पर सब्जी उत्पादन, मुर्गी व बटेर पालन, मछली पालन के साथ 14 प्रकार की गतिविधियां संचालित की जा रही है। सब्जी विक्रय से अच्छा मुनाफा महिलाओं ने कमाया है। वहीं मुर्गी व बटेर भी विक्रय योग्य हो चुका है। कमिश्नर डॉ.अलंग ने महिलाओं के काम की तारीफ करते हुए पपीते और केले जैसे जल्द फलने वाले पौधे खेखसा व परवल जैसे अच्छे दाम में बिकने वाली सब्जियां तथा बकरी पालन करने का सुझाव दिया। जिससे समूह की महिलाएं कम समय व लागत में अधिक मुनाफा कमा सकें। इसके साथ ही उन्होंने महिलाओं को अपने कामकाज का विस्तृत ब्यौरे को रजिस्टर में अपडेट करने के लिए कहा जिससे कार्य की मॉनिटरिंग अच्छे से हो।