बिलासपुर (वायरलेस न्यूज) रानू साहू छत्तीसगढ़ के पहले कलेक्टर है जिन पर ईडी की कार्यवाही हुई है पूर्व में कभी किसी कलेक्टर पर ईडी की कार्यवाही हुई हो ऐसी जानकारी में नहीं है ! वैसे भी रायगढ़ क्लेक्टर रानू साहू का गहरा नाता रहा है विवादों में बने रहना ।
रानू साहू जब बिलासपुर में नगर निगम कमिश्नर के पद पर पदस्थ रही तब भी केंद्र और राज्य शासन की महत्वकांक्षी योजनाओं से संबंधित फाइलों को अनावश्यक अटकाने का आरोप भी लगते रहे है जिसपर तत्कालीन नगरीय निकाय मंत्री अमर अग्रवाल के कोप भाजन बनना पड़ा था और अमर अग्रवाल ने उन्हे कड़ी फटकार लगाई थी। जब तक बिलासपुर में रही पूरा कार्यकाल भी विवादों में ही रहा।
कमोबेश कुछ इसी प्रकार जब कलेक्टर कोरबा रही उस समय भी विवाद उनके ईर्द गिर्द घूमती रही पूरे समय सत्ताधारी दल के मंत्री जयसिंह अग्रवाल के कार्यों में भी अड़ंगेबाजी का खेल खेला करती थी जिससे नाराज मंत्री जय सिंह अग्रवाल को मीडिया में भी मुखर होकर बोला करते थे उन दिनों जय सिंह अग्रवाल के समर्थकों को कलेक्टर अपने रडार में रख तंग किया करती थी जिसपर मंत्री जी का कोपभाजन का शिकार बनना पड़ा और बदले में रायगढ़ तबादला हुआ।
कांकेर में भी रहने के दौरान अधिकारियों से नहीं बनता था।
श्रीमती रानू साहू जहा भी रही उन पर आरोप लगता रहा की विकास के कामों को अटकाने शहर विकास के कामकाज में तेजी लाने और फाइलों को तेज गति से निपटाने के बजाय अपने चेंबर में रखने में कुछ ज्यादा ही रुचि दिखाया करती थी।
इनके साथ हमेशा से ही सामंजस्य का अभाव कहें या राजनैतिक गलतफहमी ? दोनो के चलते विकास कार्य बुरी तरह प्रभावित हुआ।
रानू साहू पर ईडी की कार्यवाही को लेकर कल दिनभर तबादले की चर्चा गर्म रही , सत्ताधारी दल से जुड़े दिग्गज भी इस तरह की संभावनाओं से इंकार नही कर रहे हैं?