भाजपा-कांग्रेसी भूले भाषा की मर्यादा – भगवानू

भाजपा-कांग्रेस, छत्तीसगढ़ की जनता से मांगे माफी – JCCJ

अलोकतांत्रिक भाषा का उपयोग करने वाले नेताओं पर कार्यवाही करने भारत निर्वाचन आयोग बनाए आचार संहिता में कड़े नियम – JCCJ

रायपुर, (वायरलेस न्यूज 5 नवंबर 2022) जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे ) के मुख्य प्रवक्ता अधिवक्ता भगवानू नायक ने भाजपा-कांग्रेस नेताओं के बिगड़े बोल और अभद्र भाषा की कड़ी आलोचना करते हुए इसे छत्तीसगढ़ की ऐतिहासिक संस्कृति के विरुद्ध बताया। उन्होंने कहा विगत कुछ माह पूर्व भाजपा के एक वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री ने एक आदिवासी मंत्री को आईटम गर्ल कहकर अपमान किया, अभी हाल ही में कांग्रेस की एक महिला विधायक ने आम जनता पर ही तलवा चाटने जैसे स्तरहीन टिप्पणी कर जनता जनार्दन का अपमान किया और अब कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता ने भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री पर लंपट शब्द का उपयोग किया जो कि आपत्तिजनक और अलोकतांत्रिक है।

उन्होंने कहा जिस प्रकार भाजपा और कांग्रेस नेताओं के बीच चल रही जुबानी जंग में केंद्र और राज्य में सत्ता दल द्वय के नेताओं के द्वारा अहंकार में चूर होकर लगातार एक दूसरे पर अशोभनीय, अमर्यादित, और असंसदीय भाषा का उपयोग किया जा रहा है जिससे छत्तीसगढ़ की छवि धूमिल हो रही है । ऐसी भाषा का उपयोग के लिए लोकतंत्र और छत्तीसगढ़ में कोई स्थान नहीं है। ऐसे भाषा का उपयोग करने वाले नेताओं के विरुद्ध कार्यवाही करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग को आचार संहिता में कड़े नियम बनाना चाहिए। उन्होंने कहा दरअसल दोनो ही राष्ट्रीय राजनीतिक दल छत्तीसगढ़ की जनता का ध्यान मूल मुद्दे बेरोजगारी, महंगाई, बढ़ती हुई अपराधिक घटनाएं, महिला अपराध, शराब बंदी, भ्रष्टाचार, किसान समस्या, नौकरी, भर्ती, अनियमितिकरण आदि से ध्यान भटकाना चाहते है और अपनी जिम्मेदारियों से बचना चाहते है। जेसीसी ने भाजपा और कांग्रेस से छत्तीसगढ़ की पौने तीन करोड़ जनता से मांगी मांगने की मांग की है।