“सुधर जाओ नहीं तो सुधार देंगे” : धरने पर बैठे राजस्व मंत्री की SECL प्रबंधन को खुली चेतावनी

कोरबा (वायरलेस न्यूज) SECL की मानिकपुर कोयला परियोजना में काम कर रही ठेका कंपनी कलिंगा में स्थानीय भू-विस्थापितों को रोजगार दिए जाने की मांग को लेकर पिछले एक सप्ताह से प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों को समर्थन देने के लिए राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल पहुंचे। कांग्रेसी नेताओं के साथ राजस्व मंत्री यहां आये और हड़तालियों के साथ धरने पर बैठ गए। मंत्री ने स्थानीय को रोजगार के मुद्दे पर SECL प्रबंधन को आड़े हाथ लेते हुए कड़ी चेतावनी दी।

भूविस्थापितों द्वारा यहां किया जा रहा विरोध प्रदर्शन अब उग्र रुप लेता जा रहा है। मानिकपुर GM कार्यालय के बाहर यह विरोध प्रदर्शन हो रहा है। भू-विस्थापितों की इस लड़ाई में अब स्थानीय विधायक और प्रदेश के राजस्व मंत्री भी उतर आए हैं।

खदान प्रभावित गांवों के युवा कर रहे आंदोलन

SECL की ठेका कंपनी कलिंगा में स्थानीय लोगों, विशेषकर भूविस्थापितों को रोजगार नहीं देने के आरोप लग रहे हैं। रोजगार की मांग को लेकर मानिकपुर कोयला खदान से प्रभावित 7 गांवों के युवाओं द्वारा पिछले एक हफ्ते से धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। इसी आंदोलन को समर्थन देने के लिए राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल कांग्रेसी नेताओं के साथ मौके पर पहुंचे और धरने पर बैठ गए। राजस्व मंत्री के धरने पर बैठने से एसईसीएल अधिकारी सकते में आ गए है।

SECL प्रबंधन की आलोचना

मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने धरनास्थल से ही ललकारते हुए कहा कि “SECL कंपनी लाभ में होने के बावजूद विकास कार्य नहीं कर रही है। कंपनी बता दे कि किस वर्ष में कितना नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई मैं करूंगा।” जयसिंह ने इस बात की आलोचना की कि SECL मानिकपुर के दायरे में आने वाली सड़कें ही जर्जर हैं, मगर प्रबंधन उसका जीर्णोद्धार नहीं कर पा रहा है। आखिर में मंत्री ने प्रबंधन को आंदोलनकारियों से चर्चा करने की सलाह देते हुए चेतावनी दी कि सुधर जाएं, अन्यथा हम सुधार देंगे।

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Amit Mishra - Editor in Chief
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