एक दिन में 323 बार नही बंद हो रही बिजली, उपभोक्ताओं के शत्प्रतिशत शिकायतों का हो रहा निराकरण

बिलासपुर (वायरलेस न्यूज 20 जून 2023) – छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड, बिलासपुर क्षेत्र अंतर्गत बिलासपुर शहर में 4 नग अति उच्च दाब (220/132) केव्ही, 31 नग 33/11 केव्ही उपकेन्द्रों तथा 3228 वितरण ट्रांसफार्मरों के माध्यम से शहर के 1 लाख 40 हजार से अधिक उपभोक्ताओं को अनवरत विद्युत की आपूर्ति की जाती हैै।
विद्युत विभाग द्वारा पूरे क्षेत्र में सप्लाई के लिए बडी संख्या में फैले संसाधनों के कारण स्वाभाविक रूप से इनमें व्यवधान भी आते हैं, जिसका शीघ्र-अतिशीघ्र निराकरण कर विद्युत सेवा बहाल की जाती है। इसके अतिरिक्त शहर में 10 नग फ्यूज ऑफ काल सेंटर अनवरत रूप से संचालित हैं, जिनमें शिकायत दर्ज कर उनका निराकरण किया जाता है।
माह अप्रैल एवं मई में विद्युत लाईनों की वर्षा पूर्व रख-रखाव का कार्य पूर्ण किया जा चुका है। वर्तमान में शहर के किसी भी क्षेत्र में लोड-शेडिंग नही की जा रही है, पंरतु लगातार गर्मी बढ़ने के कारण लोग ज्यादा से ज्यादा मात्रा में ए.सी. एवं कुलर का उपयोग कर रहे हैं। जिससे कुछ स्थानों पर ओव्हरलोड के कारण व्यवधान उत्पन्न हो रहा है, जिसे तत्काल ही सुधार कर विद्युत आपूर्ति बहाल की जा रही है।
कुछ समाचार पत्रों में तथ्यहीन एवं भ्रामक जानकारियां प्रकाशित कर उपभोक्ताओं को गुमराह किया जा रहा है, जो कि उचित नही है। शहर के एक प्रमुख अखबार द्वारा ‘‘ एक दिन में 323 बार बिजली बंद हो रही है‘‘ नामक शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया गया है, जब उनसे इन संबध में संपर्क किया गया तो उन्होने बताया कि 60 दिनों में विभाग के पोर्टल पर बिलासपुर की 19423 शिकायतें दर्ज हुई है, जिसे 60 दिन से विभाजित करने पर 323.7 का आंकडा प्राप्त हुआ है। यहां पर यह समझने की जरूरत है कि बिलासपुर जैसे बडे शहर में औसतन प्रतिदिन 323 शिकायतें प्राप्त हुई है जो कि बिलासपुर शहर के कुल उपभोक्ता संख्या 1 लाख 40 हजार के सामने नगण्य है। साथ ही 323 शिकायतें प्राप्त होने का यह अर्थ कतई नही है कि बिलासपुर शहर में एक दिन में 323 बार बिजली बंद हुई है, जब उनसे इस संबंध में फोन पर चर्चा हुई तो उन्होने कहा कि गलती हो गई है। ऐसे भ्रामक समाचार प्रकाशित करने से कंपनी एवं राज्य शासन की छवि धूमिल होनेे के साथ ही चिलचिलाती गर्मी, कडकडाती ठंड एवं तेज बारिश में दिन-रात एक करके काम करने वाले कर्मचारी भी हतोत्साहित होते हैं। जिसका सीधा प्रभाव उपभोक्ताओं को दी जाने वाली सेवाओं पर भी पडता है। अतः ऐसे समाचार छापने के पूर्व विभाग से उनका पक्ष जान लेना उचित होगा।
उल्लेखनीय है कि मानसून विलंब होने और लगातार बढ रहे तापमान से हमारे संसाधनों एवं कर्मचारियों पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है, ऐसी परिस्थितियों मेें आपका थोड़ा सहयोगात्मक रूख हमारे कर्मचारियों में कार्य करने के लिए नई उर्जा भर देता है।

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Amit Mishra - Editor in Chief
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