उत्कल समाज के प्रमुख दावेदारों में बसना से भाजपा से पुरंदर मिश्रा ,महासमुंद भाजपा से जगन्नाथ पाणिग्रही ,रायगढ़ भाजपा से प्रकाश मिश्रा, कोलता समाज से  विलिस गुप्ता व रत्थु गुप्ता भाजपा से , मनेंद्रगढ से डमरूधर रेड्डी काग्रेस से और रायपुर से भगवानु नायक जोगी काग्रेस से दावेदारी ठोंक दी है।

रायपुर (अमित मिश्रा वायरलेस न्यूज) आगामी विधान सभा चुनावों कांग्रेस और भाजपा टिकट वितरण को लेकर माथापच्ची में लगा हुआ है, वही भाजपा और कांग्रेस में दावेदारों की लम्बी फेहरिस्त को देखते हुए किसे टिकट दें ऊहापोह की स्थिती बनी हुई है । इसी बीच राहुल गांधी और अमित शाह की छत्तीसगढ में दौरों के दौरान प्रदेश के 33 लाख उत्कल वासियों के आबादी को दोनो पार्टियां उनके नेताओं को टिकट देने से मुंह नहीं फेर सकती है?दोनो पार्टियों से अपनी अपनी दावेदारी जबर्दस्त तरीके से रख दिए है। उत्कल समाज के सभी दलों के बड़े नेताओं ने कमर भी इस बार कमर कस लिया है की सभी पार्टियां उत्कल समाज के नेताओं को भी टिकट दे। उत्कल समाज के प्रमुख दावेदारों में बसना से भाजपा से पुरंदर मिश्रा ,महासमुंद भाजपा से जगन्नाथ पाणिग्रही ,रायगढ़ भाजपा से प्रकाश मिश्रा, कोलता समाज से विलिस गुप्ता व रत्थु गुप्ता ने भी भाजपा से , चिरमिरी से डमरूधर रेड्डी काग्रेस से और रायपुर से भगवानु नायक जोगी काग्रेस से भी अपनी दावेदारी ठोंक दी है।
बसना विधानसभा से उत्कल समाज के सर्वमान्य नेता पुरंदर मिश्रा ने भाजपा के प्रमुखों से मिलकर अपनी दावेदारी की मंशा रख दी है और एक लम्बे समय से वे बसना में अपने सेवाएं दे रहे है बसना में 40 हजार वोटर उत्कल समाज से आते है इसलिए इनकी दावेदारी भी नि संदेह बनती हैं। अमित शाह के सरायपाली आगमन के समय बसना के तथाकथित अन्य दावेदार संपत अग्रवाल जो फर्जी तरीके से उत्कल कोलता समाज का समर्थन पत्र लिखकर सोशल मीडिया में वायरल करवा दिया था जिसे सरायपाली में अमित शाह के आगमन के साथ ही संपत अग्रवाल को कोलता समाज ने पत्र को फर्जी करार कर बेनकाब किया गया है। पार्टी आखिर प्रदेश से कितने अग्रवालों को टिकट देगी ?
वैसे भी पुरंदर मिश्रा ने हाल फिलहाल रायपुर में एक सर्व ओड़िया समाज के हजारों लोगों की उपस्थिति में अपनी ताकत भी दर्ज करा दी है जिसमे भाजपा के बड़े नेता संगठन प्रमुख अजय जामवाल और प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय देख चुके है। जिसमे प्रदेशभर के 26 उत्कल समाज के विभिन्न वर्ग के लोगों ने खुलकर पुरंदर मिश्रा को अपना नेता माना है और अपना जन समर्थन भी दिया है।
इसी प्रकार रायगढ़ से प्रकाश मिश्रा को भाजपा अपना प्रत्याशी बनाती है तो नि संदेह कांग्रेस को जीत दुहराने में मुश्किल जायेगा। श्री मिश्रा पेशे से डॉक्टर है और उत्कल समाज से आते है रायगढ़ में निर्विवाद और लोकप्रिय है। श्री मिश्रा वैसे संघ पृष्टभूमि से आते हैं। इनकी भी रायगढ़ से जबरदस्त दावेदारी है और सभी वर्ग के अलावे उत्कल समाज में जबर्दस्त छवि रखते हैं। वैसे भी रायगढ़ उत्कल बहुल क्षेत्रों में गिनती जी जाति है। किसी भी दल की जीत में उत्कल वासियों की मुख्य भूमिका होती है।
वही तीसरे दावेदार डमरूधर रेड्डी जो चिरमिरी के कांग्रेस के लोकप्रिय नेता है। और वे चिरमिरी के महापौर भी रह चुके हैं उन्होंने भी अपनी दावेदारी कांग्रेस की टिकट के लिए रख दिया है। चूंकि ये अंचल कोयलांचल है जहा वे श्रमिको के बीच भी काफी लोकप्रिय हैं। कांग्रेस पार्टी इनको भी उतार सकती है। वैसे भी वर्तमान विधायक श्री विनय जायसवाल अनेक विवादों में उलझे हुए हैं जैसे फर्जी डिग्री और रेलरोको आंदोलन मे भी इन पर एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है उस हिसाब से डमरू धर रेडी की दावेदारी बनती है।

कोई भी राष्ट्रीय दल छत्तीसगढ उत्कल समाज के निवासियों की अवहेलना नही कर सकते है इसके लिए प्रदेश के रायपुर, जगदलपुर, महासमुंद, सारंगढ़, बिलासपुर दुर्ग, मनेंद्रगढ के उत्कल समाज के ज़िला अध्यक्षों ने सभी पार्टियों से आग्रह किया है है की टिकट देने में विचार करें।