टिकट के अंदर की कहानी :-
रायपुर (वायरलेस न्यूज) भाजपा ने टिकट बांटने के लिए आसपास की सीटों का क्लब (सेक्टर) बनाया था हर सीटों का एक क्लब (सेक्टर) था
रायपुर के चार सीटों का एक क्लब था
जिसमें एजेंसी ने
एक साहू, एक ब्राह्मण के साथ सामान्य वर्ग से टिकिट देने का सुझाव दिया था
1 बृजमोहन :- महा लहर के विरुद्ध चुनाव जीते, सात बार के विधायक ,टिकट देना जरूरी था
2 राजेश मूडत :- भाजपा के कटवार नेता,, संगठन को समय-समय पर सहयोग करने वाले सांगठनिक समर्थन होने की वजह से टिकट दी गई ( केंद्रीय एजेंसी ने यहां से साहू या ब्राह्मण को टिकिट देने की सिफारिश की थी)
3 मोतीलाल साहू :- पिछली बार संगठन की विशेष आग्रह पर पाटन में चुनाव लड़ा इस बार उनकी मंशा के अनुरूप टिकट उनको दी जानी थी साहू समाज के लीडर के रूप में काम करते रहे हैं इनका टिकट देने से पश्चिम और दक्षिण में फायदा मिलने की उम्मीद है इसलिए टिकट दी गई
4 पुरंदर मिश्रा :- पुरंदर मिश्रा को टिकट दिलाने के लिए पश्चिम और दक्षिण वालों ने भी खास जोर लगाया ,, क्योंकि यह न केवल उत्कल समाज के हैं बल्कि ब्राह्मण समाज का भी प्रतिनिधित्व करते है,, उत्तर क्षेत्र में उनके द्वारा बनाया गया प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर है जंहा उत्कल समाज के साथ-साथ हिंदू धर्मलंबियों की आस्था ने इन्हें टिकट दिलाने में अहम भूमिका निभाई ,,,,पुरंदर मिश्रा को टिकट दिलाने से ब्राह्मण समाज का कोटा पूरा हो गया साथ ही चारों विधानसभा में उत्कल समाज को साधने की राह भी को मिल गई काफी समीकरणों में एक समीकरण इनका टिकट देने से बसना विधानसभा में भी फायदा होगा भी है पुरंदर मिश्रा तुरुप का एक्का है जिनको टिकट देने से उत्तर, दक्षिण , पश्चिम ग्रामीण और बसना में भी फायदा मिलेगा
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