महिलाओं को पहली किस्त का बेसब्री से हो रहा इंतजार, चेहरे में दिखाई दे रही खुशी की झलक

7 मार्च को महिलाओं के खाते में आएगी डीबीटी के माध्यम से राशि

महिलाओं के आर्थिक स्वावलंबन के साथ पोषण स्तर में होगा सुधार

रायगढ़, 5 मार्च 2024/ महतारी वंदन योजना से मिलने वाली पहली किस्त की राशि को लेकर महिलाएं बेसब्री से इंतजार कर रही है। इसके लिए जिले की महिलाओं में एक गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। किसी ने कहा कि घरेलू काम-काज में आर्थिक मदद मिलेगी, तो किसी ने कहा बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में लगायेंगी। शासन के इस निर्णय से 7 मार्च को मिलने वाली राशि से महिलाओं के आर्थिक स्वावलंबन, उनके स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में सतत सुधार करने में मदद मिलेगी।
छत्तीसगढ़ शासन ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की एक और गारंटी को पूरा करते हुए राज्य में महतारी वंदन योजना लागू करने का निर्णय लिया है। इस योजना के तहत विवाहित महिलाओं को एक हजार रुपए प्रतिमाह यानी साल में 12 हजार रुपए की आर्थिक सहायता सीधे उनके बैंक खातें में डीबीटी के माध्यम से दी जाएगी। इस योजना का लाभ छत्तीसगढ़ निवासी विवाहित महिला, जिनकी आयु 1 जनवरी 2024 को 21 वर्ष से अधिक हो उनको मिलेगा। विवाहित महिला के अलावा विधवा, तलाकशुदा, परित्यक्ता महिलाओं को भी योजना का लाभ उठाने के लिए पात्र किया गया है।
इंदिरा नगर रायगढ़ की श्रीमती महजबीन बेगम ने बताया कि उनका नाम महतारी वंदन योजना की लाभार्थी सूची में शामिल हो चुका है। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही इस योजना से पहली किस्त प्राप्त करेंगी। उन्होंने कहा कि वे इस राशि का उपयोग अपने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और अन्य जरूरी चीजों पर खर्च करेंगी। उन्होंने कहा कि यह योजना उनके लिए एक वरदान है, जिससे उनके जीवन की आर्थिक में सुधार आएगी। इसी प्रकार श्रीमती मुस्तरी बेगम ने कहा कि उनका नाम भी महतारी वंदन योजना की लाभार्थी सूची में शामिल हुआ है। उन्होंने कहा कि वे भी आगामी दो दिवस बाद इस योजना से पहली किस्त प्राप्त करेंगी। उन्होंने कहा कि वे इस राशि का उपयोग अपने घरेलू कामकाज और उनके स्वास्थ्य और पोषण में करेंगी। इसी तरह जिले की अन्य महिलाएं भी इस मिलने वाली राशि से काफी खुश नजर आ रही है। उन्होंने कहा कि इस योजना से न केवल उनका जीवन बेहतर होगा, बल्कि राज्य और देश की तरक्की में भी उनका योगदान होगा। उन्होंने इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ दिलाने हेतु मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद ज्ञापित किया।