रायपुर (वायरलेस न्यूज़) आरपीएफ ने डकैतों के एक ऐसे गिरोह को रेलवे स्टेशन से पकड़ा है जो सूरत से डकैती करके भाग रहे थे। आरोपियों के पास से नगद 66 हजार 500 रुपए, डेढ तोला सोने का आभूषण, जिसमें कान का टॉप 2 जोड़ी, 1 जोड़ी कान का झुमका, 1 मंगल सूत्र, 2 चांदी की माला, 1 चांदी की चेन, 1 चांदी का हाथ का कड़ा और 9 विभिन्न कंपनी के मोबाइल शामिल है।

आरपीएफ के मुताबिक पकड़े गए सभी आरोपी मूलत: ओडिशा के निवासी हैं, लेकिन वर्तमान में जिला सूरत गुजरात में रह रहे थे। इनमें राजेश पटनायक (23 वर्ष), बसंत प्रधान (21 वर्ष), कुनाण गउड़ (19 वर्ष), रूचित उर्फ गणेश बेहरा (24 वर्ष), चरण गउड़ (19 वर्ष), शिवराम उर्फ शिवा स्वाई (22 वर्ष) और मीतन बिसोई (24 वर्ष) शामिल हैं। क्राइम ब्रांच सूरत सिटी ने पोस्ट प्रभारी रेलवे सुरक्षा बल रायपुर को सूचना दी थी कि गाड़ी संख्या 08406 सूरत-पुरी स्पेशल ट्रेन में आरोपियों ने सूरत सिटी में डकैती को अंजाम दिया है। आरोपियों में से 2 की फोटो वाट्सअप से भेजी गई थी। इस आधार पर ट्रेन आरपीएफ की टीम ने रायपुर से महासंमुद तक चेक किया। कोच नंबर एस/6 में भेजे गए फोटो से मिलते जुलते 2 व्यक्ति और उनके साथ 5 व्यक्ति सफर करते मिले। सातों ने 12 जुलाई को सूरत सिटी में एक व्यक्ति से पैसे व मोबाइल लूटना स्वीकार किया। सातों व्यक्तियों का फोटो क्राइम ब्रांच सूरत सिटी को शेयर किया गया। प्रार्थी ने आरोपियों को पहचान लिया।सातों आरोपियों को महासंमुद में उतारकर आरपीएफ पोस्ट रायपुर लाया गया है। इसकी सूचना क्राइम ब्रांच सूरत सिटी को दी गई। सूरत सीटी क्राइम ब्रांच के मुताबिक 12 जुलाई को सूरत सिटी अंजनी रेलवे लाइन के पास एक व्यक्ति से इन आरोपियों ने नगद 7.50 लाख और 3 मोबाइल लूटा था। इस संबंध में अमरोली सूरत सीटी थाना में धारा 394, 395 आईपीसी के तहत अपराध दर्ज किया गया था। 18 जुलाई को उप निरीक्षक डिटेक्सन क्राइम ब्रांच सूरत के साथ 7 बल सदस्य और 2 पुलिस चालकों के पहुंचने पर सभी आरोपियों और बरामद संपत्ति को सौंपा गया।