घरघोड़ा के जनदर्शन में गैरकानूनी तरीके से वाहनों के फायनेंस होने की मिली थी शिकायत

बिना नम्बर और बिना बीमा के वाहनों पर चलाया जायेगा अभियान

*रायगढ़* (वायरलेस न्यूज़) । दिनांक 13/11/2021 को घरघोड़ा में आयोजित “जनदर्शन” में पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक मीना के समक्ष घरघोड़ा के रहवासी यह बात सामने लाये कि क्षेत्र के वाहन डीलर्स किश्त तथा प्रायवेट फाइनेंस के माध्यम से वाहन विक्रय किए जा रहे हैं तथा ग्राहकों को बिना वजह बताये प्रायवेट कम्पनी से वाहन का फायनेंस और बीमा कराया जा रहा है और न आरसी बुक दी जाती है और न ही बीमा के पेपर्स । जनदर्शन में एसपी श्री मीना द्वारा बताया गया कि बिना बीमा करवाए और बिना नंबर के वाहन क्रेता को दिया जाना विधिसम्मत नहीं है । उन्होंने एसडीओपी धरमजयगढ़ श्री दीपक मिश्रा को आटोमोबाइलस डीलर की मीटिंग लेकर इस संबंध में उन्हें निर्देशित करने कहा गया था । इसी तारतम्य में आज एसडीओपी धरमजयगढ़ के मार्गदर्शन पर थाना घरघोड़ा एवं लैलूंगा में चार पहिया एवं दुपहिया वाहन विक्रेताओं की मीटिंग ली गई । मीटिंग में थाना प्रभारियों द्वारा इस प्रकार की समस्या आने की वजह पूछने पर डीलर्स का कहना था कि क्रेता को वाहन खरीदी के समय का नम्बर बता दिया जाता है तथा वाहनों का इंश्योरेस किया जा रहा है । आरसी बुक सीधे डाक (पोस्ट) से क्रेता का घर पहुंचाये जा रहे हैं । थाना प्रभारियों द्वारा डीलर्स को निर्देशित किया गया है कि बिना नम्बर एवं इंश्योरेंस के वाहन शो रूम से बाहर न निकले, समय पर RC बुक क्रेता को उपलब्ध कराया जावे, जिस पर डीलर्स अगले 07 दिनों में ऐसे ग्राहकों को पेपर्स मुहैया करा देने और आगे बगैर बीमा, वाहन नम्बर के गाड़ी शो रूम से बाहर नहीं निकालने पर सहमति दिये । थाना प्रभारियों द्वारा बताया गया कि गैरकानूनी तरीके से फायनेंस करते पाये जाने पर संबंधित डीलर्स के विरूद्ध कार्रवाही की जावेगी । एसडीओपी धरमजयगढ़ बताये कि पुलिस अधीक्षक महोदय से प्राप्त दिशा निर्देशों पर गैरकानूनी तरीके से हो रहें वाहन फायनेंस पर पुलिस निगाह रख रही है । इसी परिप्रेक्ष्य में यह मीटिंग रखी गई थी, पुलिस अधीक्षक के निर्देशन पर कल से बिना इंश्योरेंस तथा अस्पष्ट और बिना नंबर के वाहन चलाने वालों पर कार्रवाई की जावेगी । यह अभियान और सख्ती से चलाया जाएगा, जिससे लोग यातायात नियमों का पालन करें । इसके अलावा जाम की स्थिति वाले स्थानों में आ रही समस्या को दूर करने के लिए कवायद की जा रही है ।

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Amit Mishra - Editor in Chief
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