देश के कई राज्यों से खिलाड़ियों ने की शिरकत

सीजन-6 होगा और भव्य : कार्डिनल चार्जर्स

रायगढ़ (वायरलेस न्यूज़ 14 मार्च 2022) कार्डिनल कप सीजन 5 का समापन रविवार को शानदार तरीके से हुआ। दूधिया रोशनी में नहाया स्टेडियम दर्शकों से खचाखच भरा हुआ था। केसीसी कोतरा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए खिताबी मुकाबले में कलेक्टोरेट 11 को आसानी से हराया। केसीसी कोतरा को 1 लाख नकद और ट्रॉफी, कलेक्टोरेट 11 को 51 हजार नकद और ट्रॉफी दिया गया। तीसरे पायदान पर खरसिया की टीम रही जिसे 11 हजार और ट्रॉफी दी गई। प्लेयर ऑफ द टूर्मांनेट खरसिया के सौरभ रहे जिन्होंने 9 विकेट और 123 रन बनाए। बेस्ट बैटर बिलासपुर के एटी राव रहे जिन्होंने 139 रन बनाए। बेस्ट बॉलर कार्डिनल चार्जर्स के अजय पटेल जिन्होंने 12 विकेट चटकाए।

समापन कार्यक्रम की मुख्य अतिथि महापौर जानकी काटजू थी। विशिष्ट अतिथियों में जेएसपीएस के कार्यकारी उपाध्यक्ष संजीव चौहान, हर्ष चैनल व गैलेक्सी मॉल के संचालक सुशील मित्तल, समाजसेवी सुनील अग्रवाल (लेंध्रा), होटल त्रिनिटी के डायरेक्टर सरनदीप सलूजा थे। महापौर ने समापन के अवसर पर कहा कि वह बीते 3 साल साल से यहां मैच देखने आ रही हैं। नाइट मैच में स्टेडियम का नजारा अद्भुत रहता है। कार्डिनल कप बेहतरीन आयोजन है, ऐसे आयोजनों से शहर का नाम होता है। जेएसपीएल के संजीव चौहान कहा कि पहली मर्तबा वह रायगढ़ शहर में एक खेल के आयोजन में इतनी भीड़ रात में देख रहे हैं। यह आश्चर्यजनक है। लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा है। ऐसे आयोजन के लिए कार्डिनल चार्जर्स का बहुत-बहुत धन्यवाद।

कार्डिनल कप फाइनल में केसीसी कोतरा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय लिया। जहां उसके ओपनर रंजीत सिंह ने ताबड़तोड़ शुरूआत की उन्होंने 37 गेंदों में 105 रन बनाए। रंजीत के बल्ले से 12 छक्के और 6 चौका निकला। इनकी दमदार बल्लेबाजी के दम पर केसीसी कोतरा ने निर्धारित 12 ओवर में 6 विकेट खोकर 168 रन बनाए। कृष्णमूर्ति ने भी 19 गेंदों में (3 छक्का, 1 चौका) 33 रन बनाए।
रनों का पहाड़ का पीछा करने उतरी कलेक्टोरेट 11 की टीम शुरूआत से दबाव में थी और अंतत: 105 रन पर ऑल आउट हो गई। ओपनर शुभम और पंकज सस्ते में अपना विकेट गंवा गया। फिर कप्तान अभिषेक(15 गेंद में 24 रन) ने कप्तानी पारी खेलते हुए पारी को संभाला पर दबाव के आगे वह भी अपना विकेट खराब शार्ट खेलते हुए गंवा बैठे। यह पहली दफा है जब कार्डिनल कप का फाइनल मैच एकतरफा हो गया था।

देशभर से आए खिलाड़ी
कार्डिनल कप सीजन-5 जिले का अब तक का सबसे बड़ा टूर्नामेंट बनकर उभरा है। जिसमें पड़ोसी राज्यों के अलावा देशभर से खिलाड़ी खेलने आए। जम्मू के 5 खिलाड़ी, बनारस के 4, हैदराबाद के 2 खिलाड़ी तो कोलकाता के 4 खिलाड़ी अलग-अलग टीमों से जुड़े थे। वाराणसी के आए खिलाड़ी सुनील यादव जो कि कोतरा 11 के कप्तान थे ने बताया कि रायगढ़ के कार्डिनल कप की चर्चा उनके पूर्वांचल में भी है तभी तो इलाहाबाद-गाजीपुर और वाराणसी के खिलाड़ियों ने एक टीम बनाई और वह फाइनल निकाल ली। यहां माहौल और आयोजन काफी भव्य और शानदार है और हम हर साल यहां खेलने आते रहेंगे।

फाइनल देखने 30 हजार से अधिक आए स्टेडियम
कार्डिनल कप की आयोजन समिति कार्डिनल चार्जर्स के अध्यक्ष अरूण उपाध्याय ने बताया कि कार्डिनल कप साल-दर-साल बड़ा होता जा रहा है। हमारे स्पांसर्स टूर्नामेंट को भव्य बनाने में हमारी मदद करते हैं तो दर्शक हमारा उत्साहवर्धन करते हैं। फाइनल मैच में कम-से-कम 30 हजार लोग स्टेडियम में आए थे। हम जिला प्रशासन का धन्यवाद देते हैं जो हमारे साथ सदैव खड़ा है और रायगढ़ पुलिस का जिन्होंने शांति और व्यवस्था बनाए रखने में मदद की ।

वो जिनके कारण कार्डिनल कप संभव हो पाया
कार्डिनल कप जैसे बड़े आयोजन के पीछे उसके स्पांसरों का अहम योगदान है। जिले की क्रिकेट प्रेमी जनता को इनके ही सहयोग से एक स्टेट लेवल का फ्लड लाइट टूर्नामेंट कार्डिनल क्लब दे पाता है। जिनमें जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड, एमएसपी स्टील एंड पावर लिमिटेड, हर्रक्युलिस स्पोर्ट्स एंड फिटनेस, जन्नत मेडिकोज टूर्स एंड ट्रवेल्स, होटल त्रिनिटी, शैमरॉन मैरिज गार्डन, द मसल फैक्ट्री, रिलैक्सो, एनएस डेकोर,आइडियल कंप्यूटर, नेशनल हेल्थ मिशन,सिटीएड सॉल्यूशन, टॉप स्टोर, कैंटाबिल, संजीवनी नर्सिंग होम, ईडन गार्डन, टाइल्स हाउस, टाटा शिवम मोटर्स, कलर प्लस, सुरभि डेयरी, हर्ष ट्रेडर्स, सुदर्शन सोलर, अरिहंत ट्रेडिंग कंपनी, मेगनाक स्क्रैप इंटरप्राइस, रायगढ़ एक्सप्रेस, विकास फोटोकापी, पावर जिम, खादिम रायगढ़, रियल च्वाइस ज्वेलर्स हैं।

तीन महीने की तैयारियों का है परिणाम
कार्डिनल क्लब के युवाओं के अथक मेहनत और परिश्रम से यह टूर्नामेंट होता है। इसके लिए सभी टूर्नामेंट शुरू होने के ढाई महीने पहले से तैयारी शुरू करते हैं और कुल तीन महीने की मेहनत हमारी लगती है। आयोजन के संरक्षक भरत दुबे, समिति के सदस्यों में अरुण उपाध्याय, निर्मल जाना, अजय पटेल, प्रदीप प्रधान, विशाल चंद्रा, मयूर मोटवानी, प्रदीप बाखला, अमित दीक्षित, जय सिदार,मोहन यादव, संजू साव, विक्की सिदार, यश पटेल, विनय, विश्वास परिहार, तुषार मिश्रा, आयुष मिश्रा एवं समिति के सदस्यों ने पूरे दो महीने तक इस आयोजन को सफल बनाने के लिए मेहनत की है।