भूपेश बघेल का बस्तर दौरा पड़ा बस्तरवासियों को भारी : चोरी से की गई नगरनार की लीज -आम आदमी पार्टी

निजीकरण के विरोध का ढोंग कर खुद निजीकरण को बढ़ावा देने दिया नगरनार को लीज पर- तरुणा साबे

जगदलपुर (03 जून 2022 वायरलेस न्यूज अरुण पाढ़ी )
आम आदमी पार्टी जगदलपुर द्वारा जिलाध्यक्ष तरुणा साबे बेदरकर के निर्देशानुसार विधानसभा अध्यक्ष शुभम सिंह के नेतृत्व में भूपेश सरकार द्वारा धोखे से नगरनार स्टील प्लांट को लीज पर दिए जाने के विरोध में जगदलपुर के गोलबाजार में नारे लगाते हुए प्रदर्शन किया गया। इस बीच प्रदर्शन करियों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का पुतला दहन किया गया।
गौरतलब हो कि केंद्र सरकार द्वारा बस्तर ज़िला के नगरनार इस्पात संयंत्र के निजीकरण का प्रस्ताव सर्वप्रथम रखा गया था। केंद्र सरकार द्वारा निजीकरण के इस प्रस्ताव का बस्तर की आम जनता के साथ ही राज्य सरकार ने भी विरोध दर्ज़ किया था। अब राज्य सरकार द्वारा एनएमडीसी को 99 वर्ष के लिए नगरनार इस्पात संयंत्र को लीज़ पर देने की घोषणा कर दी गई है, जो सरासर बस्तर के जनता के साथ विश्वासघात है। आम आदमी पार्टी की जिलाध्यक्ष तरुणा साबे ने कहा कि राज्य सरकार के इस निर्णय का बस्तर के पृष्ठभूमि पर दूरगामी प्रभाव पड़ेगा।
आम आदमी पार्टी जगदलपुर विधानसभा अध्यक्ष शुभम सिंह ने मीडिया को कहा कि विगत दिनों भूपेश बघेल दौरे पर आए हुए थे उनके द्वारा अपने कार्यो की वाहवाही लेते हुए बैठके आयोजित करके सीधे लोगों को सम्पर्क साधा गया। लेकिन इस बात की कही भी चर्चा नही की गई और रातों रात नगरनार प्लांट को 99 वर्ष के लिए लीज पर दे दिया गया।
शुभम सिंह ने कहा कि नगरनार स्टील प्लांट बस्तर वासियों की रोजी रोटी और रोजगार जुड़ा हुआ है अब क्या लीज पर देने से सरकार यहां के बेरोजगारों को रोजगार, जमीन मालिकों को उनका हक देने हेतु वादा पूरा कर पायेगी। ये वैसा ही है जैसे भूपेश सरकार ने शराब बंदी के लिए गंगा जल लेकर वादा किया था। सरकार का ये फैसला बेहद ही धोखेपूर्ण है।
आम आदमी पार्टी बस्तर ज़िला इकाई भूपेश बघेल के इस फैसले का पुरजोर विरोध करती है तथा आने वाले समय मे इसके विरोध में हर विधानसभा, विकासखंड स्तर पर विरोध दर्ज करेगी।
जगदलपुर विधानसभा के गोलबाजार में आज हुए प्रदर्शन का नेतृत्व विधानसभा अध्यक्ष शुभम सिंह ने किया इस दौरान प्रमुख रूप से विधानसभा सचिव विवेक पांडेय, संगठन मंत्री आरती पटनायक, शोसल मीडिया अध्यक्ष धीरज जैन, फुलदास कश्यप, सावित्री बंजारे, चांद राव, मंगलसाय यादव, कृष्णा यादव आदि कार्यकर्ता सामिल रहे।