ग्राम लोहर्सी में आयोजित एसीसी सीमेंट प्लांट की जनसुनवाई का भारी विरोध, प्रशासन ने जनसुनवाई की स्थगित

डॉ प्रेमचंद जायसी ने कहा एसीसी सीमेंट प्लांट प्रबंधन ने जमीन लीज, एनओसी सहित कई अन्य मदों का नहीं किया है पालन

खेती जमीन को बंजर भूमि दर्शाकर उद्योग नियमों को नहीं किया पालन, प्लांट स्थापना से पर्यावरण को होगा भारी नुकसान

बिलासपुर(वायरलेस न्यूज) एसीसी सीमेंट प्लांट प्रभावित ग्राम पंचायतों के समर्थन में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष व स्थानीय निवासी डॉ प्रेमचंद जायसी ने हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा एसीसी अडानी सीमेंट प्लांट की जनसुनवाई का पुरजोर विरोध किया वही जनपद उपाध्यक्ष नितेश सिंह ठाकुर ने भी सैकड़ो कार्यकर्ताओं के साथ जनसुनवाई का विरोध किया, ग्रामीणों किसानो व जनप्रतिनिधियों के विरोध व आक्रोश को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से एडीएम ए आर सूर्यवंशी, मस्तूरी एडीएम महेश शर्मा एवम सीएसपी गरिमा दिवेदी ने मीडिया और आम जनता,जनप्रतिनिधि की मौजूदगी में लिखित में जनसुनवाई स्थगित करने का ऐलान किया जिसके उपरांत जनाक्रोश शांत हुआ एवम सभी हर्षित हुए|

एसीसी सीमेंट प्लांट की जनसुनवाई का विरोध करने पहुचे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष व स्थानीय निवासी डॉ प्रेमचंद जायसी ने कहा एसीसी सीमेंट प्लांट का जनसुनवाई ग्राम लोहर्सी में आयोजित किया गया था प्लांट स्थापना में लोहर्सी, भुरकुंडा, टांगर, विद्याडीह सहित 5 गाव प्रभावित हो रहे थे इस जनसुनवाई में जमीन के लीज को लेकर सबसे बड़ी आपत्ति थी, जिसमे 10 किलीमीटर के क्षेत्र में हवा युक्त भूमि बताया गया था लेकिन यहाँ 40 प्रतिशत भूमि परम्परागत रूप से किसान खेती कर रहे है लगभग 50 वर्षो से अधिक समय से किसान खेती कर धान उगा रहे है तथा शासन को धान विक्रय कर रहे है| प्लांट प्रबन्धन द्वारा खेती की जमीन को बंजर भूमि बताया जा रहा है वही झूठा हलफनामा देकर एनओसी प्राप्त किया गया है, क्षेत्र में पर्यावरण की दृष्टि से सैकड़ो तरह के औषधि पौधे है साथ ही जंगली जानवर भी यहाँ मौजूद है प्लांट स्थापना से पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा था|

डॉ प्रेमचंद जायसी ने कहा एसीसी सीमेंट प्लांट स्थापना को लेकर पिछले तीन चार दिनों से हम लोग ग्रामीणों के संपर्क में थे ग्रामीणों को प्लांट स्थापना से क्या-क्या समस्याए है, परेशानियों का क्या कारण है आपत्ति को लेकर भी उनसे चर्चा की गई जिसमे उन्होंने बताया कि 40 वर्षो से जिस जमीन को हमरे द्वारा कब्ज़ा कर खेती के लिए उपयुक्त बनाकर खेती बाड़ी कर रहे है उस जमीन का उचित मुआवजा दे, जायसी ने कहा कि शासन व न्यायपालिका भी यह मानती है कि 12 वर्षो से जिसके पक्ष में जमीन कब्जे में है उसे मुआवजा मिलना चाहिए जिसकी मांग ग्रामीण किसान व क्षेत्रवासी कर रहे थे| डॉ प्रेमचंद जायसी ने कहा कि एसीसी सीमेंट जिसकी अडानी से डील हो गई है और अडानी समूह देश को खोखला व बर्बाद करने को की दिशा में लेकर जा रहा है, आपको ज्ञात होगा कि देश में कृषि बिल लाया जा रहा था जिसके पारित होने के पूर्व ही अडानी अनाज के भण्डारण के लिए बड़े-बड़े गोदाम तैयार करा लिया था किसानो को गुलाम बनने की नीति के तहत कृषि बिल लाया जा रहा था लेकिन पंजाब व हरियाणा सहित देश भर के किसान भाईयो के द्वारा कई महीनो तक कृषि बिल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जिसके बाद कृषि बिल को केंद्र सरकार ने वापस लिया इसी तरह इनकी बुरी नियत छत्तीसगढ़ पर थी जहा के भोले-भाले किसानो ग्रामीणों मजदूरो को बरगला कर लुटने की नियत से शोषण करने की योजना थी इस दशा को देखते हुए जनप्रतिनिधि होने के नाते एसीसी सीमेंट की जनसुनवाई में किसानो ग्रामीणों युवाओं सहित क्षेत्रवासियों के साथ मिलकर इस जनसुनवाई का पुरजोर विरोध किए है हमने प्लांट प्रबंधन सेः भी कहा है कि अगर आपको प्लांट यहाँ खोलना है तो सर्वप्रथम किसानो-मजदूरो के साथ अनुबंध करे जिसके बाद जनसुनवाई रखे सभी की मंशा होने के उपरांत ही प्लांट स्थापना पर विचार कर सके| जनसुनवाई कार्यक्रम में पूर्व विधायक दिलीप लहरिया ग्रामीण जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी, ब्लॉक काग्रेस कमेटी के मस्तुरी अध्यक्ष नागेंद्र राय एवम सीपत ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र धीवर ने मस्तूरी ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष उदय भार्गव ने भी जनसुनवाई के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया,साथ ही कांग्रेस नेता संतोष भोई,मनोज खरे,विश्वजीत मनोहर पाते मोहतरा शैलेंद्र कुर्रे,मुकेश सोनकर, गोबरी सरपंच इंजिनियर दीपक बंजारे ने भी एसीसी सीमेंट कीजनसुनवाई का जमकर विरोध किया इस दौरान हजारो की संख्या में किसान, ग्रामीण, महिला, युवाओं सहित क्षेत्रवासी उपस्थित रहे|

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Amit Mishra - Editor in Chief
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