जशपुर .(वायरलेस न्यूज 07 अप्रैल.)
जशपुर जिले का बगीचा में पहाड़ी कोरवा परिवार की सामूहिक आत्महत्या का मामले की जांच के लिए आज भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश स्तरीय जांच टीम ने पीड़ित परिवार के सदस्यों से मुलाकात की.

भारतीय जनता पार्टी की जांच टीम में शामिल छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान आरोप लगाया कि यंहा रोजगार मूलक कार्यों के अभाव और अन्य असुविधा से परेशान होकर इस दम्पति ने अपने दो नन्हे बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया. राज्य सरकार के लिए यह बेहद शर्मनाक घटना है. राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र का दर्जा प्राप्त इन लोगों को खाद्यान्न तथा अन्य योजना का लाभ नहीं मिल रहा है.सड़क पानी जैसी आवश्यक सुविधा का अभाव है,शिक्षा के लिए 10 कि.मी.तक स्कूल नहीं है. रोजगार मूलक कार्य नहीं चलने से भय और भूख की समस्या स्पष्ट दिखाई दे रही है. श्री चंदेल ने कहा कि कल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जशपुर जिले के प्रवास पर थे लेकिन उन्होंने इस परिवार के लोगों की सुध तक नहीं ली.ये सरकार की संवेदनहीनता है.

इस जाच दल में प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि राज्य सरकार की इस संवेदनहीनता के संबंध में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से मुलाकात कर उन्हें अवगत कराया जाऐगा. उन्होंने कहा कि विशेष संरक्षित पहाड़ी कोरवा जनजाति को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का कोई लाभ नहीं मिल रहा है.लोगों की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है. गरीबी से जूझने के कारण यह संरक्षित जनजाति अब विलुप्त होने की कगार पर आ गई है.
गरीब परिवार के लोगों को जमीन, और जाति प्रमाण के लिए भी भटकना पड़ रहा है.
भाजपा के प्रदेश कार्य समिति के सदस्य कृष्ण कुमार राय ,जिलामहामंत्री मुकेश शर्मा , जिला पंचायत जशपुर की अध्यक्ष श्रीमती रायमुनि भगत ने भी इस दुखद मामले में सरकार की बेरुखी को लेकर तीखी आलोचना की.

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Amit Mishra - Editor in Chief
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