●रायगढ़। *तलाक तक आई नौबत के बाद पति-पत्नी बोले साथ रहना चाहते हैं, रक्षा टीम कराई सुलह*…

रायगढ़। पति-पत्नी के बीच आई अन्य महिला की वजह से दंपत्ति के रिश्ते में दरार आ गई थी, उनके 12 साल का वैवाहिक बंधन टूटने की कगार पर आ गया था । बात इतनी बढ़ी कि पति-पत्नी साथ रहने को तैयार नहीं हो रहे थे। महिला द्वारा रायगढ़ की पुलिस महिला रक्षा टीम के पास जाकर अपने परिवारिक रिश्तों को बचाने अंतिम प्रयास के लिये पहुंची । प्रभारी महिला रक्षा टीम द्वारा दोनों की काउंसिलिंग कर समझाइश दी गई, जिसके बाद पति-पत्नी साथ रहने को तैयार हो गए। रक्षा टीम ने समझौते के बाद दोनों को घर भेजा।

मिली जानकारी के अनुसार रायगढ़ के रामभांठा में रहने वाली 30 वर्षीय महिला दिनांक 19.02.2021 को प्रभारी पुलिस महिला रक्षा टीम श्रीमती मंजु मिश्रा को अपनी परेशानी आकर बताई । महिला बताई कि उसकी शादी समाजिक रीति रिवाज के साथ वर्ष 2009 में जांजगीर के राजपूत परिवार में हुई है । विवाह के कुछ माह बाद ससुरालवाले दहेज कम लाने की बात को लेकर परेशान कर रहे थे जिसकी थाना रिपोर्ट के बाद केस चला और हाईकोर्ट में अच्छे से रखने की बात पर दोनों पक्ष राजीनामा हुये थे । उसके बाद से ससुराल में रह रही थी, ससुरालवाले उसके बाद भी परेशान करने पर पति किराया मकान पर रखा था । दिसम्बर 2019 में पति किराया मकान में छोड़कर अपने घर चला गया । तब अपने बच्चे के साथ मायके आकर रहने लगी । नवम्बर 2020 में पता चला कि पति का चिरमिरी की एक तलाकसुदा महिला से मोबाइल पर बातचीत होती है, दोनों एक-दूसरे से शादी करना चाहते हैं और इसका समर्थन पति के परिवारवाले भी कर रहे हैं । तब ससुराल जाकर सच्चाई जानना चाही परन्तु ससुरालवाले और पति गाली गलौच कर भगा देते थे, कई बार के प्रयास में कुछ हासिल नहीं होने पर आखिरकार महिला द्वारा पुलिस महिला रक्षा टीम के पास आकर अपनी आपबीती बताई । प्रभारी महिला रक्षा टीम द्वारा इसकी लिखित शिकायत लेकर महिला का कथन ली, उसके बाद उसके पति को बुलाकर दोनों को आमने-सामने कर दोनों का काउंसिलिंग । महिला को उसके अधिकार बताये गये तथा उसके पति को अच्छे-बुरे की समझाइश दी गई । इसके बाद समझौते की कवायद हुई । इस मामले में भी समझाने पर पति-पत्नी के बीच समझौता हो गया। दोनों हंसी खुशी एक साथ रहने के लिए तैयार हो गए। दोनों को अच्छे से जीवन यापन करने तथा 15 दिन बाद दुबारा फॉलोअप में आने की हिदायत दी गई है ।

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Amit Mishra - Editor in Chief
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