मनखे मनखे एक समान…सामाजिक तथा आध्यात्मिक जागरण की आधारशिला थे गुरु घासीदास – अमर अग्रवाल

बिलासपुर विधायक एवं पूर्व मंत्री श्री अमर अग्रवाल आज गुरुवार को जरहा भाटा, मझवापारा परिक्षेत्र में सतनामी समाज द्वारा आयोजित गुरु घासीदास जयंती समारोह में शामिल हुए। उन्होंने जैतखंभ पर पवित्र ध्वज अर्पित कर हुए विधि विधान के साथ पूजा अर्चना के पश्चात समाज जनों को संबोधित करते हुए कहा अवतारी पुरुष बाबा गुरु घासीदास ने सतनाम पंथ की स्थापना की। गुरु घासीदास द्वारा दिए गये उपदेशों से समाज के असहाय लोगों में आत्मविश्वास, व्यक्तित्व की पहचान और अन्याय से जूझने की शक्ति का संचार हुआ। सामाजिक तथा आध्यात्मिक जागरण की आधारशिला के प्रवर्तक थे। सतनाम पंथ के उपदेश सतनाम पर विश्वास, मूर्ति पूजा का निषेध, वर्ण भेद से परे, हिंसा का विरोध, व्यसन से मुक्ति, परस्त्री गमन की वर्जना और दोपहर में खेत न जोतना हैं आज भी लाखों अनुयायियों एवं सर्व समाज के लिए प्रासंगिक बने हुए हैं। श्री अमर अग्रवाल जी ने कहा बाबा गुरुघासीदास ने अपने समय की सामाजिक आर्थिक विषमताओं, शोषण तथा जातिवाद को समाप्त करके मानव-मानव एक समान का संदेश दिया था। कार्यक्रम के दौरान मनीष अग्रवाल, महेश चंद्रिका पुरे, अशोक प्रजापति,शैलेंद्र यादव, सुरेश मनहर छोटेलाल महिलांगे रतनलाल जोगी, ध्यान सिंह बंदे, शोभा कश्यप रुक्मणी सूर्यवंशी, उर्मिला चेलकर, पिंटू सूर्यवंशी, जितेंद्र अंचल उपस्थित रहे।