बिलासपुर (वायरलेस न्यूज 28जनवरी) छत्तीसगढ में बस्तर से लेकर सरगुजा तक बड़े पैमाने पर स्कूलों के माध्यमों से धर्मांतरण का कार्य जोरों से हो रहे हैं, जिस पर शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के सामने रोकना एक बड़ी चुनौती है?

कल बिलासपुर के बिल्हा में
प्रधान पाठक रतन लाल सरोवर को देवी देवताओं को नहीं मानने विद्यार्थियों को शपथ दिलवाते हुए वीडियो वायरल होने पर उन्हें जिला शिक्षा अधिकारी ने निलंबित कर दिया गया जबकि बिलसपुर के डी ई ओ को पहले से शिकायत मिलती रही है लेकिन कांग्रेस का शासन चलने की वजह से कार्यवाही नहीं करते थे

जबकि विधायक धरम लाल कौशिक भी जानते थे फिर भी चुप रहते रहे हैं, पोंसरी के सरपंच भी विधायक को शिकायत दर्ज करा चुके हैं।
बिलासपुर के कोटा लॉरमी, मरवाही पाली कटघोरा, मुंगेली, तखतपुर , मस्तूरी बेलतरा क्षेत्र के शासकीय स्कूलों में धर्मांतरण की पाठ पढ़ाने का कार्य अनवरत जारी है फिर भी अधिकारी कार्यवाही नहीं करते।

हालांकि वीडियो वायरल होने पर बिल्हा के प्रधान पाठक को जिला शिक्षा अधिकारी ने निलंबित कर दिया । बीते दिनों प्रधान पाठक का एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था जिसमें प्रधान पाठक हिंदू धर्म के देवी देवताओं को नहीं मानने विद्यार्थियों को शपथ दिलवा रहा हैं। प्रधान पाठक बौद्ध धर्म को अपनाने की शपथ दिलवाते वीडियो में नजर आ रहे है। पूरा मामला बिल्हा विकासखंड के शासकीय प्राथमिक शाला भरारी के प्रधान पाठक रतनलाल सरोवर का है जिसका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा था, वीडियो में विद्यार्थियों को प्रधान पाठक शपथ दिलवा रहे है और कह रहे है कि ब्रह्मा विष्णु महेश को नहीं मानेंगे और नहीं उन्हें भगवान मानेंगे। इसके अलावा भगवान राम कृष्ण के अवतार पर भी वे टिप्पणी कर रहे थे। वीडियो वायरल होने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी टीआर साहू ने शासकीय आचरण के खिलाफ मानते हुए अपराध सिद्ध होने पर विभागीय जांच प्रस्तावित किया । सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3 के प्रतिकूल होने के कारण उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है ।