बिलासपुर-(वायरलेस न्यूज) रामलाल के दर्शन के लिए आज राम भक्तों में काफी उत्साह देखने को मिला, रजिस्ट्रेशन 22 जनवरी को प्रारंभ हुआ और 28 जनवरी को 1001 भक्तों का रजिस्ट्रेशन पूर्ण हो गया।


आज रजिस्ट्रेशन समापन समारोह में राम भक्त प्रवीण झा ने भगवान राम की कृपा एवं आशीर्वाद के कारण ही भगवान के नलिहाल से 1001 भक्तों के साथ स्वयं रामनवमी के दिन राम जन्मभूमि अयोध्या में रामलला का दर्शन करेंगे।उन्होंने बताया कि 16 अप्रैल को दोपहर 1:00 बजे बिलासपुर के पुलिस ग्राउंड से 25 बस में सवार राम भक्तों की यात्रा प्रारंभ होगी और 17 अप्रैल रामनवमी के दिन दर्शन करके 18 अप्रैल को बिलासपुर वापसी होगी *यात्रा को स्वयं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।


बिलासपुर के लगभग 100 पत्रकार बंधु गण इस यात्रा में स्वयं शामिल रहेंगे।
आज के कार्यक्रम के अतिथि गण राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नारायण नामदेव (सह प्रांत प्रचारक), प्रदीप शर्मा (नगर संचालक), गणपति रॉयल (प्रांत मिलन प्रमुख), दिलीप शर्मा (नगर व्यवस्था प्रमुख), डॉक्टर ओम मखीजा एवं राम भक्त गण उपस्थित होकर कार्यक्रम को पूर्ण रूप से भक्ति में बना दिए।
उत्तरप्रदेश के अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरे देश में रामभक्तो के बीच अभूतपूर्व उत्साह है और हर कोई रामलला के दर्शन के लिए आतुर है।
इसे ध्यान में रखते हुए बिलासपुर के समाजसेवी उद्योगपति प्रवीण झा ने हर वर्ष 1001 लोगो को अयोध्या ले जाकर श्री राम लला के दर्शन कराने का निर्णय किया है। अयोध्या लाने ले जाने के लिए 25 बसों की व्यवस्था की जाएगी। यह यात्रा न केवल निःशुल्क होगी बल्कि भोजन,नाश्ता और अयोध्या में ठहराने तक की पूरी व्यवस्था और वहां से दर्शन उपरांत श्रद्धालुओं को वापस बिलासपुर लाने की व्यवस्था भी प्रवीण झा और उनकी टीम द्वारा की जाएगी
श्रद्धालुओं का बीमा भी कराया जायेगा
पत्रकारों से चर्चा करते झा ने बताया कि रामलला की मूर्ति स्थापित किए जाने को लेकर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद अचानक उनके मन में विचार आया कि क्यों न बिलासपुर संभाग के श्रद्दालुओ को रामलला के दर्शन करवाने की व्यवस्था की जाए।
इसी विचार को मूर्त रूप देते हुए यह निर्णय लिया गया कि बिलासपुर संभाग से 1001 श्रद्धालुओं को हर साल रामनवमी पर रामलला के दर्शन के लिए निःशुल्क अयोध्या ले जाया जाएगा। इसमें 18 से 65 साल की आयु वाले ऐसे श्रद्धालुओं का पहले आया पहले पाया की तर्ज पर पंजीयन कराए गए।

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Amit Mishra - Editor in Chief
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