किशोर कर ब्यूरोचीफ महासमुंद

महासमुंद के चंडी मंदिर परिसर में हुआ मुख्यमंत्री सुकन्या विवाह योजना का आयोजन

महासमुन्द- महासमुंद जिले में मुख्यमंत्री सुकन्या विवाह योजना के तहत आज बिरकोनी चंरी मंदिर के प्रांगण में 65 जोड़ों ने सात जन्म तक साथ जीने मरने की कसमें खाते हुए विवाह बंधन में बंधे। सुबह 12 बजे बिरकोनी के माता-पिता मंदिर के विशाल बरगद पेड़ के नीचे लगे पंड़ाल में महिला बाल विकास विभाग ने वैदिक मंत्रोउच्चारण के साथ यह विवाह कराया। कार्यक्रम में मुख्यातिथि संसदीय सचिव विनोद चन्द्राकर, जिला पंचायत अध्यक्ष उषा पटेल, नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्राकर, जिला कांग्रेस अध्यक्ष रश्मि चन्द्राकर कार्यक्रम में उपस्थित थे। मुख्ममंत्री सुकन्या विवाह योजना में 75 जोड़ों ने पंजीयन कराया था, जिसमें से 10 जोड़े इस विवाह कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हुए। बिरकोनी मंदिर के प्रांगण में महिला बाल विकास विभाग द्वारा विवाह के लिए पहुंचे जोड़ों के लिए लगभग 20 हवन कुंड गए। प्रत्येक कुंड में 4 जोड़ों ने मंत्रों उच्चतरन के साथ विवाह बंधन में बंधे। महासमुंद ब्लॉक से पहुंचे वर वधुओं को आशीर्वाद देने के लिए उनके साथ उनके परिजन भी उपस्थित थे। विवाह पूर्व ग्रंथा-दुल्हन को तैयार करने के लिए महिला बाल विकास विभाग के द्वारा लडक़ी पक्ष को शादी को जोड़ा गया वहीं वर पक्ष को कुर्ता पजामा दिया गया। विवाह के उपयोग में लाई जाने वाले सामान भी उपलब्ध कराये गये।
विवाह कार्यक्रम को संबोधित करते हुए क्षेत्र के विधायक विनोद चन्द्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार विवाह बंधन में बंधने वाली बेटियों के लिए 19 हजार रुपए का दहेज का समान दे रही है। इस विवाह के लिए शासन ने 25 हजार रुपए प्रत्येक जोड़ों के लिए राशि तय कर रखी है। चन्द्राकर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल चाहते हैं कि आर्थिक तंगी के चलते किसी भी परिवार की गरीब बेटी और बेटे की शादी से वंचित ना हो इसलिए उन्होंने इस मुख्यमंत्री सुकन्या विवाह योजना की राशि जो पूर्व भाजपा सरकार 15 हजार दे रही है वह उससे बड़ा कर 26 हजार कर दिया है ताकि गृहस्थी बसाने से पहले गरीब परिवार के बेटियों के पास कुछ सामान दहेज के रूप में दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री सुकन्या विवाह में उपस्थित जिला पंचायत अध्यक्ष उषा पटेल, नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्राकर, कांग्रेस जिला अध्यक्ष रश्मि चन्द्राकर, विधायक प्रतिनिधित्व दाऊलाल चन्द्राकर ने सभा को सभा को संबोधित करते हुए नए वर-वधु को आशीर्वाद देते हुए उन्हें शुभकामनाएँ दी। कार्यक्रम में महिला बाल विकास के अधिकार, कर्मचारी व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित थे।