*रायगढ़ घराने की प्रख्यात कत्थक नृत्यांगना मां-बेटी की जोड़ी ने कत्थक नृत्य की दी मनमोहक प्रस्तुति*

*मां गंगा के धरती पर अवतरण का किया जीवंत प्रदर्शन*

*अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रायगढ़ कत्थक नृत्य को श्रीमती बासंती वैष्णव और ज्योतिश्री बोहिदार ने दी है विशेष पहचान*

रायगढ़/ रायगढ़ कत्थक घराने की प्रख्यात कत्थक नृत्यांगना श्रीमती बासंती वैष्णव और ज्योतिश्री बोहिदार मां-बेटी की जोड़ी ने कत्थक नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी। चक्रधर समारोह के अवसर पर आज मां-बेटी की जोड़ी द्वारा मां गंगा के धरती पर अवतरण का जीवंत प्रदर्शन ठा. गजमड़ी सिंह जी की रचना के माध्यम से कार्यक्रम की मनमोहक प्रस्तुति दी। रायगढ़ घराने के कत्थक को श्रीमती बासंती वैष्णव द्वारा चीन, फ्रांस, जापान, दुबई जैसे कई देशों में प्रस्तुत कर गौरवांवित किया गया है। इसी प्रकार श्रीमती ज्योतिश्री बोहिदार द्वारा भी स्पेन, नेपाल, दुबई जैसे कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर रायगढ़ घराने के मनमोहक कत्थक नृत्य की प्रस्तुति दी जा चुकी है। उनके द्वारा आज चक्रधर समारोह में विशुद्ध रूप से रायगढ़ घराने के कत्थक शैली में अंग एवं भाव संचालन के माध्यम से मनमोहक प्रस्तुति दी गई। श्रीमती ज्योतिश्री बोहिदार रायगढ़ घराने की तीसरी पीढ़ी की कत्थक नृत्यांगना है और वे वर्तमान में पं. राजेंद्र के पास शिक्षा प्राप्त कर रही है। भारतीय संगीत और नृत्य शास्त्र इन जैसे कलाकारों से ही संपन्न होता है। प्रख्यात कत्थक नृत्यांगना श्रीमती बासंती वैष्णव और ज्योतिश्री बोहिदार की टीम में बेहतरीन तबला वादक, बांसुरी, मुजिकल आदि द्वारा मनमोहक प्रस्तुति दी गई।