*राजधानी में श्रमशक्ति की सबसे बड़ी शक्ति है उड़िया समाज – भगवानू*

*नुआखाई सिर्फ़ पर्व नहीं, जीवन जीने की पद्धति है – भगवानू*

रायपुर, छत्तीसगढ़, ( वायरलेस न्यूज दिनांक 28/08/2025) राजधानी रायपुर सहित प्रदेश भर में आज उड़िया समाज द्वारा पारंपरिक उत्साह और हर्षोल्लास के साथ नुआखाई पर्व मनाया गया। इस पावन अवसर पर समाज के लोगों ने नई फसल के नए अन्न से तैयार प्रसाद को सर्वप्रथम अपने इष्ट देवी-देवताओं को अर्पित कर समाज और प्रदेश की प्रगति, शांति एवं खुशहाली की कामना की।उन्होंने कहा राजधानी रायपुर में उड़िया समाज श्रमशक्ति की सबसे बड़ी शक्ति है जो छत्तीसगढ़ के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता एवं अधिवक्ता भगवानू नायक ने नुआखाई के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, “नुआखाई केवल एक पर्व नहीं, बल्कि जीवन जीने की एक पद्धति है। यह पर्व हमें प्रकृति की पूजा, अर्चना और उसके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर प्रदान करता है।”

नायक ने कहा “आपसी स्नेह, भाईचारा और सामाजिक एकता का यह महापर्व हमारे पूर्वजों द्वारा दी गई एक अमिट धरोहर है, जो भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग है। यह हमें प्रकृति और मानव के बीच के सह-अस्तित्व का संदेश देता है।”

पर्व के दिन, समाज के सदस्यों ने परंपरागत रूप से नए वस्त्र धारण किए और बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद लेकर नए अन्न का भोग प्रसाद के रूप में ग्रहण किया। इस उत्सव ने सामुदायिक एकजुटता और सांस्कृतिक विरासत की गहरी भावना को और मजबूत किया।