31 अगस्त से 15 सितंबर तक के लिए रायगढ़ स्टेशन के लिए कैंसिल चौथी लाइन कनेक्टिविटी 22 ट्रेन कैंसिल,यात्री त्रस्त
ट्रेड यूनियन काउंसिल ने सौपा ज्ञापन
ट्रेनों की बहाली व सुविधाएं बढ़ाने उठाई मांग
रायगढ़। (वायरलेस न्यूज)ट्रेड यूनियन काउंसिल रायगढ़ के उपाध्यक्ष शेख कलीमुल्लाह सचिव श्याम जायसवाल ने बताया कि रायगढ़ से 27 ट्रेन मे से 22 यात्री ट्रेनों को 31 अगस्त से 15 सितंबर तक के लिए रायगढ़ स्टेशन के लिए कैंसिल कर दिया गया है. 6 यात्री गाड़ियों का मार्ग परिवर्तन कर दिया गया है. इससे यात्रियों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। ट्रेड यूनियन काउंसिल ने इस समस्या के समाधान के लिये डीआरएम के नाम ज्ञापन सौंपकर ट्रेनों की बहाली व सुविधाएं बढ़ाने की मांग उठाई है।
यात्री ट्रेनों की कैंसिलेशन का कारण बिलासपुर झारसुगुड़ा मार्ग में चौथी लाइन का विस्तार करना बताया गया है. ट्रेड यूनियन काउंसिल रेलवे की विस्तारीकरण के पक्ष में है. लेकिन इसके लिए यात्री ट्रेनों खास करके पैसेंजर ट्रेन जो दूरस्थ अंचल मे रहने वाले ग्रामीणो और अल्प आय वर्ग का सर्व सुलभ पसंदीदा परिवहन है, राजधानी रायपुर एवं राजधानी दिल्ली को जाने वाली जनशताब्दी एवं गोंडवाना एक्सप्रेस का परिचालन बंद करने से आम नागरिकों को काफी परेशानी हो रही है. इसके विपरीत मालगाड़ियों का परिचालन निर्बाध रूप से चालू है. जो यह प्रदर्शित करता है कि रेलवे प्रशासन यात्रियों के बजाय माल वाहन को ज्यादा प्राथमिकता दे रहा है।
आम आदमी के परेशानी को दृष्टिगत रखते हुए ट्रेड यूनियन काउंसिल द्वारा मंडल रेल प्रबंधक के नाम ज्ञापन श्याम सुन्दर महापात्रा मुख्य स्टेशन प्रबंधक रायगढ़ को दिया गया है. जिसमें रायगढ़ से बिलासपुर पैसेंजर गाड़ी क्रमांक 68738 बिलासपुर रायगढ़ मेमू गाड़ी संख्या 68861 झारसुगुड़ा गोविंद पैसेंजर गाड़ी संख्या 688 62 गोंदिया झारसुगुड़ा पैसेंजर गाड़ी संख्या 12069 रायगढ़ गोंदिया जनशताब्दी तथा 12070 गोंदिया रायगढ़ जनशताब्दी एक्सप्रेस एवं गाड़ी संख्या 1 2 4 0 9 रायगढ़ निजामुद्दीन गोंडवाना एक्सप्रेस, गाड़ी संख्या 12410 निजामुद्दीन रायगढ़ गोंडवाना एक्सप्रेस का परिचालन तत्काल प्रभाव से बहाल किया जावे, वर्तमान में प्रचलित गाड़ियां कभी भी समय पर नहीं चलती है हमेशा विलंब से चलने के कारण यात्रियों के अमूल्य समय का नुकसान होता है सभी गाड़ियां समय पर चले यह सुनिश्चित किया जावे, तीसरी लाइन बनने के बाद रायगढ़ वासी रेल सुविधाओं में वृद्धि होने की अपेक्षा कर रहे थे आशा कर रहे थे की तीसरी लाइन होने के पश्चात नई ट्रेन चालू होगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ, ट्रेड यूनियन काउंसिल की मांग है कि रायगढ़ से कोरबा के लिए एक पैसेंजर ट्रेन का परिचालन सुनिश्चित किया जावे,वर्तमान में रायगढ़ रेलवे स्टेशन का सौंदर्यीकरण एवं विस्तार का कार्य धीमी गति से चल रहा है जिससे यात्रियों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा है, सौंदर्यीकरण कार्य को गति दी जावे ताकि शीघ्र कार्य पूर्ण हो सके। ट्रेड यूनियन काउंसिल ने रेलवे टर्मिनल की स्थापना एवं नवीन गाड़ियों के परिचालन के संबंध में भी रेल मंत्री के नाम ज्ञापन भेजा है जिसमें उल्लेख किया गया है कि 14 सितंबर 1998 को रायगढ़ में रेलवे टर्मिनल की स्थापना की घोषणा तात्कालिक रेलवे मंत्री माननीय नितीश कुमार द्वारा रायगढ़ में कर रायगढ़वासियो को बड़ी सौगात दी गई थी. अत्यंत खेद का विषय है कि 26 वर्ष से रायगढवासियो को यह सौगात मूर्तरूप नहीं ले सका है।
राजा चक्रधर के नाम पर बने रायगढ़ में रेल टर्मिनल- कलीमुल्लाह
ट्रेड यूनियन काउंसिल ने मांग कि है एनडीए सरकार द्वारा 14 सितंबर 1998 को रायगढ़ रेलवे टर्मिनल स्थापना की घोषणा को शीघ्र अति शीघ्र मूर्त रूप दिया जावे तथा रायगढ़ रेलवे टर्मिनल का नाम रायगढ़ को अंतरराष्ट्रीय ख्याति दिलाने वाले महाराजा चक्रधर सिंह के नाम पर रखा जावे, वर्तमान में रायगढ़ होकर गुजरने वाली सभी ट्रेनों का ठहराव रायगढ़ में नहीं है. जबकि रेलवे द्वारा प्रारंभ में रेलवे लाइन हेतु भूमि अधिग्रहण के समय रायगढ़ के तत्कालीन राजा के साथ यह अनुबंध किया गया था कि रायगढ़ से परिचालन होने वाले समस्त ट्रेनों का ठहराव रायगढ़ में किया जाएगा लेकिन आज बहुत सी ऐसी ट्रेन है जिनका ठहराव रायगढ़ में नहीं है. इसलिए अनुबंध अनुसार रायगढ़ से गुजरने वाली सभी ट्रेनों का ठहराव रायगढ़ में किया जावे, रायगढ़ से दक्षिण भारत के लिए रायगढ़ होकर सिर्फ रक्सौल हैदराबाद ट्रेन का गुजराती है दक्षिण भारत में रामेश्वरम तिरुपति जैसे धार्मिक स्थल है.बेंगलुरु जैसे एजुकेशनल एवं आईटी हब है, वेल्लुर, चेन्नई विशाखापट्टनम जैसे आधुनिक मेडिकल सुविधा वाले शहर हैं. इसके अलावा रायगढ़ मे जिंदल, अदानी एनटीपीसी सहित लगभग छोटे-बड़े औद्योगिक संस्थान है जहां बड़ी संख्या में दक्षिण भारतीय कार्यरत हैं इन वजहों से दक्षिण भारत के लिए रायगढ़ होकर नवीन ट्रेन का परिचालन किया जावे, कई दशकों से बलांगीर टिटलागढ़ जाने के लिए एकमात्र ट्रेन बिलासपुर टिटलागढ़ पैसेंजर है।
इस रूट में एक भी एक्सप्रेस गाड़ी नहीं है. इसलिए बिलासपुर से बालाँगीर टिटलागढ़ होते हुए विशाखापट्टनम के लिए एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन किया जावे, उत्तर भारतीयों के लिए धार्मिक आस्था का केंद्र प्रयागराज है. प्रयागराज के लिए भी रायगढ़ से कोई ट्रेन नहीं है. इसलिए रायगढ़ से अथवा रायगढ़ होकर प्रयागराज के लिए ट्रेन चलायी जावे. ज्ञापन कार्यक्रम में ट्रेड यूनियन काउंसिल के उपाध्यक्ष शेख कलीमुल्लाह सचिव श्याम जायसवाल के अलावा साथी बसंत दुबे, साथी इमरान आलम खान, साथी रवि पांडे, साथी अशोक कुमार साथी धनीराम साथी नरसिंह साथी किशोर कुमार उपस्थित थे. ज्ञापन पश्चात ट्रेड यूनियन काउंसिल के नेताओं ने आशा जताई है कि शीघ्र ही ट्रेनों की बहाली होगी तथा रायगढ़ में रेलवे सुविधाओं का विस्तार होगा।
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