रायगढ़ (वायरलेस न्यूज़) छत्तीसगढ़ में कोरोना की दूसरी लहर से लोग बेहाल हैं। सरकार से लेकर प्रशासन और पुलिस सहित सामाजिक संस्थाएं इस महामारी से लोगों को निजात व राहत दिलाने युद्ध स्तर पर कार्य कर रहे हैं। ऐसे में जबकि जिले के बाद अब पूरे प्रदेश में लॉकडाउन लग चुका है तो आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति मैं अड़चनें भी देखी जा रही है। छोटे व्यवसायियों के पास स्टॉक खत्म हो चुके हैं और थोक व्यवसाई लॉक डाउन के कड़े नियमों की वजह से छोटे व्यवसायियों को सहजता से सामान उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं । इसलिए मांग और आपूर्ति में बड़ा अंतर आने से जिले वासियों को और छोटे व्यवसायियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है ।

इस संबंध में छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स के प्रदेश मंत्री शक्ति अग्रवाल ने कलेक्टर रायगढ़ को इन तमाम समस्याओं के निराकरण के लिए सुझाव के रूप में पत्र लिखा है ताकि जिला प्रशासन उस पर गौर करते हुए लॉकडाउन के नियमों का पालन कराते हुए भी आवश्यक वस्तुओं की सहज उपलब्धता सुनिश्चित कर सके। शक्ति अग्रवाल ने कलेक्टर को लिखे हुए पत्र में कहा है कि वर्तमान में फैले COVID-19 की महामारी के बीच चैम्बर अपनी जनभागीदारी में शासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग के लिए कृतसंकल्पित है। ऐसे में कुछ व्यापारिक समस्याओं एवं लोगों को हो रही परेशानियों के निराकरण के लिए प्रशासन आवश्यक कदम उठाए। उन्होंने कहा कि फुटकर होम डिलीवरी करने वाले अनाज व्यापारियों के पास स्टॉक लगभग समाप्ति की ओर है। थोक व्यापारी जब तक फुटकर अनाज व्यापारियों को अनाज सप्लाई नहीं करेंगे, तो बाजार में मांग एवं आपूर्ति का समीकरण बिगड़ जाएगा। इसलिए थोक व्यापारियों को अनाज की आपूर्ति करने की तत्काल अनुमति दिया जाना आवश्यक है।

दवा विक्रेताओं की टाइमिंग निश्चित होने से भटक रहे मरीज

रायगढ़ जिले में दवा विक्रेताओं को 10:00 AM से 6:00 PM तक दुकान खोलने की अनुमति दी गयी है। मरीजों के परिजनों को दवा के लिए भटकते देखा जा रहा है। एकमात्र रेडक्रास की मेडिकल में सभी दवाइयों की पूर्ति होना संभव नहीं है। चमर के प्रदेश मंत्री शक्ति अग्रवाल ने दवा दुकानों को जनहित में 8:00 AM से 10:00 PM तक खुलने की अनुमति दिए जाने की मांग जिला प्रशासन से की है।

बैंकिंग के क्षेत्र में आवश्यक सेवा से जुड़े व्यवसायियों को हो रही परेशानी

रायगढ़ जिले में बैंकों में लेनदेन के लिए आवश्यक सेवा से जुड़े वर्ग को लेनदेन की छूट दी गयी है। आगामी खरीफ फसल की तैयारी के लिए निजी खाद विक्रेताओं (आवश्यक सेवा) को एवं अनाज तथा पशु चारा (आवश्यक सेवा) की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए किराना व्यवसाइयों को तथा O.D. , C.C. , K.C.C. बैंक एकाउंट वालों को भी बैंक में ऐसे में उन्हें लेनदेन की अनुमति दिया जाना जनहित में आवश्यक है। कलेक्टर को लिखे गए पत्र में यह भी कहा गया है कि बैंकों में एक समय में ज्यादा भीड़ न हो इसलिए समय सीमा में वृद्धि(10 AM से 4 PM ) किया जाना ज्यादा उचित होगा।

फल और सब्जी की तरह पोल्ट्री किसानों को भी मिले राहत

फल सब्जी की तरह ही पोल्ट्री किसानों को भी अपने पोल्ट्री फार्म से मुर्गे एवं अंडे की विक्रय/परिवहन की अनुमति दिया जाना आवश्यक है। क्योंकि पोल्ट्री व्यवसाय , मुर्गे एवं अंडे के बढ़ते स्टॉक के कारण बर्बादी की कगार पर है। पोल्ट्री व्यवसायी पहले से ही कोरोना एवं बर्ड फ्लू की अफवाह के चलते काफी नुकसान में हैं तथा कर्ज के बोझ तले दबे हुए है एवं उनके पास और अधिक दिनों तक चारा खिलाने की व्यवस्था नहीं है। यह भी उल्लेखनीय है कि मनुष्यों की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए मुर्गे एवं अंडे का प्रोटीन आम जनता को सबसे सस्ता एवं सहज उपलब्ध है।