कांग्रेसी शासन काल में कांग्रेस पार्षद के धरने पर बैठने से खड़े हुए कई सवाल

किशोर कर ब्यूरो चीफ महासमुंद

महासमुंद (वायरलेस न्यूज़) महासमुंद जिले के सरायपाली में एक कांग्रेसी पार्षद अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं कांग्रेसी नेता और नगरपालिका के सभापति पार्षद हरदीप सिंह रैना ने अपनी 2 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल का ऐलान किया है इस हड़ताल के बाद कांग्रेसी शासन काल में कांग्रेसी पार्षद के द्वारा ही अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल के जाने के बाद कई तरह के सवाल खड़े हो गए हैं।
महासमुंद जिले के सरायपाली में एक कांग्रेसी पार्षद ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है । शासकीय शराब दुकान से प्लेसमेंट कर्मचारियों के हटाए जाने का समर्थन करते हुए पार्षद और कांग्रेस नेता हरदीप सिंह रैना ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान किया है वन विभाग के कार्यालय के ठीक सामने हड़ताल पर बैठे प्लेसमेंट से हटाए गए कर्मचारी और पार्षद हरदीप से रैना की मांग है की सरायपाली शहर की सड़क पिछले 1 साल से काफी जर्जर है जिसके निर्माण में राशि स्वीकृति के बाद भी लेट लतीफी की जा रही है लिहाजा शहर के लोग धूल और कीचड़ से परेशान हो रहे हैं जबकि उनकी दूसरी मांग है कि सरायपाली में बंद कर तैयार होने के बाद भी उसे शुरू नहीं किया जा रहा है जिससे मरीजों को महासमुंद रायपुर रिफर किया जा रहा है बार-बार आवाज उठाने के बाद भी इस दिशा में कोई ठोस पहल नहीं होने की बात को लेकर पार्षद हरदीप सिंह रहना ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है अब आपको बता दें कि पिछले दिनों शासकीय शराब दुकानों में प्लेसमेंट कर्मचारियों को हटा दिया गया था और उनके स्थान पर नई नियुक्ति की गई है जिससे प्लेसमेंट में कार्य करने वाले अन्य कर्मचारी बेरोजगार हो गए हैं स्थानीय लोगों को काम पर लिए जाने की मांग कर रहे हैं और प्रशासन के खिलाफ अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू किए हैं पार्षद एवं नगरपालिका के सभापति हरदीप सिंह रैना ने अपने एक बयान में बताया है कि सरायपाली की सड़क काफी जर्जर हो चुकी है जिस के पुनर्निर्माण की मांग लगातार उठाई जा रही है लेकिन कार्य नहीं हो रहा है साथ ही प्लेसमेंट कर्मचारियों को शराब दुकानों से हटा दिया गया है जिसमें स्थानीय कर्मचारियों को शासकीय शराब दुकानों में फिर से नियुक्त किए जाने की मांग उनके द्वारा की जा रही है और अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की जा रही है . हम आपको बता दें कि प्रदेश में इन दिनों कांग्रेश के भूपेश बघेल की सरकार है लेकिन कांग्रेस की सत्ता के बाद भी कांग्रेसी पार्षद को भूख हड़ताल पर बैठने की नौबत आ रही है जिससे कई तरह के सवाल भी खड़े हो गए हैं।