बिलासपुर (वायरलेस न्यूज़) कल शाम को हुई रेल दुर्घटना के दौरान अनूपपुर जिले के वेंकटनगर और निगोरा के बीच तीसरी रेलवे लाइन मैं बचाव कार्य तेजी से चल रहा है ऐसे में पूर्व रेल मंत्री पीयूष गोयल का एक ट्वीट इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है जिसमें जिसमें उन्होंने 8 अगस्त 2020 को किए गए अपने एक टियूट में बिलासपुर रेल मंडल के अधिकारियों को बधाई देते हुए यह कहा था की कोरोना काल में काल समय का अच्छा फायदा उठाया और अनूपपुर पेंड्रा के बीच 26 किलोमीटर की तीसरी रेल लाइन समय से पहले पूरा कर ली आज इस दुर्घटना के बाद लोग इसी ट्वीट पर सवाल खड़े कर रहे हैं इस ट्वीट के बारे में रेलवे के अधिकारी कैमरे के सामने कुछ भी कहने से बच रहे हैं रेलवे के अनुसार इस रेल दुर्घटना में 27 डब्बे क्षतिग्रस्त हुए हैं जिसमें 16 डब्बे नदी के नीचे गिरकर पूरी तरीके से क्षतिग्रस्त हो गए हैं 11 डिब्बे अभी भी लाइन पर खड़े हैं जो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं हम आपको बता कल देर शाम बिलासपुर से कटनी की ओर आने वाली कोयले से लदी मालगाड़ी बिलासपुर कटनी मार्ग में अनूपपुर जिले में स्थित निगौरा रेलवे स्टेशन के समीप अलान नदी पर बने पुल पर क्षतिग्रस्त हो गई थी
वही रेलवे प्रशासन के उच्च अधिकारी मौके पर मौजूद रहकर पूरे राहत कार्यों का पल पल निरीक्षण कर रहे हैं और सभी रेलवे के कर्मचारी रेस्क्यू अभियान में लगे हुए हैं बिलासपुर जोन के डीआरएम आलोक सहाय ने जानकारी देते हुए बताया कि हम दो-तीन दिन में रेल पटरी को ठीक कर ली जाएंगी और अभी दो लाइने चालू है जिससे ट्रेनों का आवागमन चालू है वहीं यदि बात करें नुकसान का तो यह जांच का विषय है जब तक इसकी जांच नहीं हो जाती तब तक नुकसान का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता पर इतना है कि नुकसान काफी हुआ है हमारी टीम दिन रात रेस्क्यू अभियान में जुटी हुई है और हमारे सभी अधिकारी कर्मचारी मौके पर ही उपस्थित हैं बात रही पुल निर्माण की पुल निर्माण ऊपर से क्षतिग्रस्त हुआ है बाकी पूरी तरीके से सुरक्षित है और यह रेल दुर्घटना एसएसपी के टूटने की वजह से हुआ है जिसमें 16 बोगी पुल के नीचे गिरे हैं जो पूरी तरीके से क्षतिग्रस्त हो गए हैं 11 बोगी पटरी पर ही क्षतिग्रस्त हुए हैं जिसे अन्य संसाधनों से रेल लाइन से दूर किया जा रहा है बाकी जांच के बाद ही सारी चीजें क्लियर हो पाएंगी अभी पहली प्राथमिकता है कि रेलवे ट्रैक को पूरी तरीके से खाली करना व उसका पुनः निर्माण कराना है ताकि सुरक्षित तरीके से आवागमन संचालित हो सके

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Amit Mishra - Editor in Chief
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