बिलासपुर (वायरलेस न्यूज़) कानन पेंडारी जू में चीतलों की बढ़ती आबादी को देखते हुए बहुत जल्द उन्हें अचानकमार टाइगर रिजर्व में छोड़े जाने का परमिशन एनटीसीए ने दे दिया है उसी तारतम्य में कल पीसीसीएफ वाइल्डलाइफ श्री नरसिम्हा राव ने अचानकमार टाइगर रिजर्व का निरीक्षण किया।उक्ताशय की जानकारी बिलासपुर वन्यजीव सीसीएफ श्री एस जगदीशन ने दी।
उन्होंने बताया कि कानन के चीतलों को अचानकमार के बाहुड़ में जहां पहले से ही उनका एक बाड़ा बना हुआ है वहीं पर उन्हें रखा जाता है और धीरे धीरे एक ग्रुप बना उन्हें छोड़ा जाता है जो एनटीसीए के बताए गाइडलाइंस के तहत किया जाता है, पीसीसीएफ श्री राव ने बाड़े को दुरुस्त करने को कहा है ।
श्री राव बाहुड के साथ साथ बोकराक छार के ग्रासलैंड का निरीक्षण किया और भी ग्रासलैंड का क्षेत्रफल बढ़ाने का निर्देश भी दिया। पूर्व में लगे घांस को भी देखा, और दोनो को एक में मिलाने को कहा है।
पीसीसीएफ श्री राव अचानकमार में सुबह 10 बजे से शाम 6.30 तक रहे सभी अधिकारियों की बैठक भी लिए जिसमे बिलासपुर वन्यजीव सीसीएफ श्री एस जगदीशन ,एटीआर के डायरेक्टर सत्यदेव शर्मा, गोमर्डा अभ्यारण्य के अधीक्षक श्री सिसोदिया , एटीआर के परिक्षेत्राधिकारी उपस्थित रहे है।
इस अवसर पर एटीआर में कार्यरत पैदल गार्ड की भी विशेष बैठक ली जिसमे उन्हें एटीआर के सीमा क्षेत्रों में अतिक्रमण एवं शिकार रोकने पर जोर दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कानन पेंडारी जू में चीतलों की जनसंख्या में भारी वृद्धि को देखते हुए लगातार शासन को चीतल छोंड़ने की अनुमति मांग रहे थे जिस पर एनटीसीए ने कानन पेंडारी से 40 चीतलों को छोड़ने की अनुमति दी है। उसी पर रायपुर से अधिकारी पहुंचे थे। 20 चीतल एटीआर और 20 चीतल संजय गांधी नेशनल पार्क छोड़े जाएंगे।