बिलासपुर (वायरलेस न्यूज़) बिलासपुर में विधायक के साथ दुर्व्यवहार करने वाले थानेदार कलीम खान को लाइन अटैच कर दिया गया है। हालांकि, यह मामला पुराना है और छह माह पहले विधायक ने इस मामले की शिकायत PHQ में की थी। आदेश में लाइन अटैच करने का कारण स्पष्ट नहीं किया गया है। उनके खिलाफ हुई इस कार्रवाई को विधायक की शिकायत से जोड़कर देखा जा रहा है। दरअसल, छह माह पहले लिंक रोड स्थित श्रीकांत वर्मा मार्ग के पास कांग्रेस नेता व विधायक शैलेष पांडेय के समर्थक मोती थारवानी अपनी पत्नी के साथ स्कूटी में जा रहे थे। गलत दिशा में वाहन चलाने की वजह से ट्रैफिक पुलिस ने उसे रोक लिया। इस दौरान आरक्षक व थारवानी के बीच जमकर विवाद हो गया था। थारवानी के गाली-गलौज धमकाने का वीडियो भी सामने आया था। इसके बाद पुलिस ने थारवानी के खिलाफ गैर जमानतीय धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया था। उसकी गिरफ्तारी के दौरान विधायक पांडेय और समर्थकों की भीड़ तारबाहर थाने पहुंच गई थी। आरोप है कि उस दौरान TI
कलीम खान ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया था। जिससे विधायक खासे नाराज हो गए थे। उन्होंने जनप्रतिनिधि से दुर्व्यवहार की शिकायत पुलिस मुख्यालय में की थी। तब इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई। हालांकि, इस बीच थानेदार कलीम खान का तबादला साइबर सेल में नोडल अधिकारी के रूप में कर दिया गया। इधर अब अचानक SP पारुल माथुर ने लाइन अटैच कर दिया है। SP बोली लाइन अटैच नहीं, चिटफंड का काम देखेंगे कलीम खान SP पारुल माथुर ने आदेश में निरीक्षक कलीम खान को पुलिस लाइन में पदस्थ करने का आदेश जारी किया है। जिसमें उन्हें चिंटफंड कंपनियों के खिलाफ शिकायतों की जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी करने का जिक्र किया गया है। SP माथुर ने कहा कि कलीम खान को लाइन अटैच नहीं किया गया है। उन्हें चिटफंड कंपनी की जांच के लिए नोडल अधिकारी ASP ग्रामीण रोहित झा के साथ मिलकर काम करने की जिम्मेदारी दी गई है

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Amit Mishra - Editor in Chief
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