रायगढ़। (वायरलेस न्यूज़) एक सप्ताह पहले तहसील कार्यालय में वकीलों द्वारा तहसीलदार, नायब तहसीलदार के साथ साथ एक चपरासी के साथ हुई मारपीट के बाद जहां पांच वकील अलग अलग धाराओं के तहत जेल में बंद हैं लेकिन इस मामले में अधिवक्ताओं द्वारा की गई शिकायत पर पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नही होनें को लेकर अब जिले के अधिवक्ता पूरी एकजुटता के साथ शासन प्रशासन के खिलाफ सड़क पर उतर गए हैं ।

आज अधिवक्ताओं ने पूरी ताकत के साथ मिलकर प्रदेश के अलग अलग जिलों से आए अधिवक्ताओं के साथ जुटकर एक रैली निकाली और इस रैली में शंखनाद करते हुए तहसील कार्यालय, कलेक्टर कार्यालय के साथ साथ पुलिस प्रशासन में हो रहे भ्रष्टाचार को मुख्य मुददा बताते हुए कार्रवाई की मांग की।


यह रैली अंबेड़कर चैक से शुरू होकर शहर के प्रमुख चैक चैराहों से होते हुए महात्मा गांधी चैक पहुंची और वहां महात्मा गांधी को माल्यार्पण करने के बाद फिर से आंदोलन स्थल पर आकर समाप्त हुई। इससे पहले अधिवक्ताओं ने महामहिम राष्ट्रपति के एक ज्ञापन अतिरिक्त कलेक्टर को सौंपा जिसमें जिले में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर तत्काल हस्तक्षेप करते हुए कार्रवाई की मांग की है। अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष ने बताया कि जिस प्रकार अधिवक्ताओं ने पूरी एकजुटता का परिचय देते हुए इस आंदोलन का शंखनाद किया है और आने वाले समय में और बढ़ेगा। जिसमें प्रदेश के सभी जिलों से अधिवक्ता अपनी उपस्थिति देंगे। उनका कहना था कि आज भ्रष्टाचार से जनता परेशान है और इसे रोकने के लिए ताकत के साथ विरोध पर अधिवक्ता संघ उतरा है और उनके साथ जिले की जनता और प्रदेश के सभी अधिवक्ता संघ साथ है।