किशोर कर ब्यूरोचीफ महासमुंद

विप्र समाज की ओर से की गई है व्यापक तैयारियां

महासमुंद (वायरलेस न्यूज़) – महासमुंद जिले के सरायपाली ब्लाक अंतर्गत आने वाले ग्राम सिंघोड़ा के रुद्रेश्वरी मंदिर परिसर में 19 एवं 20 अप्रैल को वैदिक विधान के अनुसार सामूहिक व्रतोपनयन संस्कार कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। जहां 19 अप्रैल को चारिकर्म और 20 अप्रैल को सावित्री प्रदान का कार्यक्रम रखा गया है। कार्यक्रम को लेकर विप्र समाज द्वारा व्यापक तैयारियां की गई हैं जहां 18 बटुकों का यज्ञोपवीत संस्कार कार्यक्रम किया जाना तय किया गया है। विप्र समाज के अध्यक्ष भागीरथी पंडा एवं सचिव चंद्रभानु मिश्रा ने एक जानकारी में बताया है कि ब्रह्म समाज द्वारा प्रतिवर्ष सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार कार्यक्रम का आयोजन किया जाता रहा है लेकिन विगत 2 वर्षों तक कोरोना की वजह से कार्यक्रम स्थगित किया गया था जिसे इस वर्ष रखा गया है। उन्होंने बताया कि कम खर्च में यज्ञोपवीत कार्यक्रम का आयोजन कर समाज में एक आदर्श प्रस्तुत किया जा रहा है। यगोपवित संस्कार कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के सरायपाली बसना महासमुंद जिला रायगढ़ जिला उड़ीसा के बरगढ जिला, पदमपुर क्षेत्र से भी विप्र समाज के लोगों का आगमन होगा और समाज के लोग लगातार तैयारियों में जुटे हुए हैं। सिंघोडा के रुद्रेश्वरी मंदिर परिसर में आयोजित कार्यक्रम में क्षेत्र के यज्ञोपवित योग्य 18 बालकों का संस्कार कराया जाएगा और उन्हें यज्ञोपवीत धारण कराया जाएगा। विप्र समाज के इस महत्वपूर्ण का कार्यक्रम में समाज के सभी सड़क ट्रक सहित कर्मकांडी पुरोहितों का भी सहयोग लिया जाना है जिसके लिए अलग-अलग क्षेत्रों से कर्मकांडी पुरोहितों को वर्णन किया गया है। वहीं दूसरी ओर सिंघोड़ा के मंदिर परिसर में सामाजिक मातृशक्ति को भी उपस्थित होकर सहयोग और सेवा कार्य के लिए अपील की गई है। जबकि उपस्थित सामाजिक जनों के भोजन स्वल्पाहार आदि की व्यवस्था के लिए युवा वर्ग को दायित्व सौंपा गया है तथा युवा वर्ग के सामाजिक जनों को उपस्थित होकर सेवा करने की अपील समाज के प्रमुख पदाधिकारियों द्वारा की गई है। ब्राह्मण समाज के लोगों को अवैध संस्कार के इस कार्यक्रम को लेकर पिछले 1 माह से तैयारियां चल रही थी जिसे 19 और 20 अप्रैल को मूर्त रूप दिया जाएगा।