रायगढ़(अनिल आहूजा ब्यूरोचीफ वायरलेस न्यूज़ ) कोरोना काल मे एक प्रक्रिया के तहत जब राज्य के कई प्रशासनिक अधिकारियों के तबादले के आदेश जारी हुए तो रायगढ में कोरोना जैसी अदृश्य बीमारी ने अपने पांव पसारने शुरू कर दिए थे लोग घरों से कोरोना बीमारी के कारण घरों से निकलने में झिझकते थे कई लोग डर के कारण नही निकलते थे ऐसे नाजुक समय मे रायगढ जिले की कमान आईएएस अधिकारी के रूप में श्री भीम सिंह को राज्य सरकार ने पूर्ण भरोसा करके सौपी। कमान संभालते ही सबसे पहले आम जनता जिले के तमाम अधिकारियों कर्मचारियों के जेहन से इस अदृश्य बीमारी से कैसे जंग जीते इसका खाखा तैयार करने के लिए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों की एक विशेष टीम लगातार कोविड 19 कोरोना वायरस को लेकर गंभीरता के साथ टीम वर्क की तरह कार्य करने की जिम्मेदारी सौपी और अपने सुपरविजन में लगातार प्रयास किये आज इसका परिणाम है कि कलेक्टर भीम सिंह को जिले का हर आम ओ खास नाम से पहचानता है कि रायगढ कलेक्टर कौन है अपनी कार्यकुशलता और दक्षता के कारण प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारी उनके कार्य करने की इच्छाशक्ति कायल हो गए है कोरोना वायरस पर जीत हासिल करने वे लगातार प्रयास कर रहे है शासकीय हो या निजी अस्पताल सभी अस्पतालो में विशेष बिस्तर कोविड मरीजों के इलाज के लिए तैयार करवाये आज रायगढ जिले में कलेक्टर भीम सिंह के प्रयासों का परिणाम है कि लोगो मे जनजागरूकता आई लोग मास्क लगाकर घरो से निकल रहे है अपने परिजनों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दे रहे है । सोशल डिस्टेंस का पालन भी कर रहे है जिन्हें इस अदृश्य बीमारी से डर है वो तो घरो से अभी भी बाहर निकले में झिझक रहे है । रायगढ कलेक्टर भीम सिंह ने इस बीच शिक्षा विभाग की बैठक लेकर कोरोना काल मे घर मे बैठे गरीब बच्चों की पढ़ाई का ऑनलाइन कैसे हो इसके लिए एक वृहद आंदोलन छेड़ा और लोग स्वेच्छा से कलेक्टर भीम सिंह को इनके चेम्बर में मोबाइल फोन दान करने लगे । लोगो का कलेक्टर कार्यालय में मोबाइल फोन देने होड़ सी लग गई । इन मोबाइल फोन को कलेक्टर भीम सिंह ने कमजोर तबके के लोगो को मुफ्त में बॉटनी शुरू करवा दी जिसका परिणाम सकारात्मक होने लगा गरीब तबके के बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई करने लगे । और उनके परिजन कलेक्टर भीम सिंह को साधुवाद देने लगे और बोलते भी देखे गए कि ऐसा कलेक्टर हमने अपने जीवन मे नही देखा जो गरीब बच्चों की पढाई की विशेष चिंता करता हो ताकि अमीरो के बच्चों की तरह गरीबों के बच्चे भी पढाई कर सके । पढाई तुंहर द्वार के माध्यम से भी कलेक्टर भीम सिंह काफी लोकप्रिय हुए । विगत दिनों प्रदेश के मुखिया यानी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लाव लश्कर के साथ रायगढ की पावन धरती पर आए जिले के लोगो की भलाई के लिए आम जनता की जरूरतो की तमाम चीजों करोड़ों की लागत से बनने वाले निर्माण कार्यों का शिलान्यास करके चले गए लेकिन नरवा गुरवा बाड़ी के छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के इस वृहद कार्यक्रम को सफलता पूर्वक काम को आगे बढ़ाने में विशेष रुचि लेकर कार्य करने वाले जिले के लोकप्रिय कलेक्टर भीम सिंह की स्वयं सूबे के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पीठ थपथपाई । जिससे रायगढ जिले का नाम रोशन हुआ । आने वाले दिनों में जिले में 16 जनवरी से वैक्सीन का लगाने के लिए तैयारियां कर ली गई है। इसके लिए भी कलेक्टर भीम सिंह ने वैक्सीन के रख रखाव से लेकर इसको लगाने की संपूर्ण प्रक्रियाओं की तैयारियां पूर्ण करवा ली है कोविड 19 लड़ाई हो या जिले में इसकी रोकथाम के उपाय हो सबमे वे खरे साबित हुए है। जिससे रायगढ जिले का नाम रोशन हुआ ।

रायगढ़ शहर की बिगड़ती सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने भीम सिंह ने खुद बीड़ा उठाया है नगर निगम आयुक्त आशुतोष पांडेय और टीम के साथ जब लोग वाकिंग पर निकलते है तब यह प्रशासनिक अधिकरी अपनी टीम और महापौर को साथ लेकर रायगढ शहर के वार्डों की नब्ज को जांचने निकल पड़ते है ऐसा जुनून कई कलेक्टर आये और चले गए लेकिन भीम सिंह जैसे कलेक्टर में ही दिखा जो वाकई में रायगढ को एक सुंदर शहर और जिले के रूप में देखना चाहते है निगम के पार्षदों और महापौर को अम्बिकापुर भेज कर वहाँ की सफाई व्यवस्था से रूबरू करा चुके है कलेक्टर रहते भीम सिंह ने अम्बिकापुर को प्रदेश ही नही पूरे देश मे सुंदर और स्वच्छता की और ले गए जिसके लिए भारत सरकार ने उन्हें सम्मानित भी किया है जिला कलेक्टर के रूप में जिले की जनता को ऐसा अफसर दोबारा मिले या ना मिले लेकिन भीम सिंह ने एक कलेक्टर के रूप में अपनी कार्यकुशलता का जो कार्य करके दिखाया है ।वो वर्षो तक याद किया जाएगा।