खाट में लेट कर आराम कर रहा था व्यक्ति, फन निकाल कर बाहर आया Naag तो उड़ गए होश


पुष्पेन्द्र श्रीवास। कोरबा : दुनियां भर से सांपो से जुड़ी अजीबों गरीब विडियो सामने आते रहते हैं। कहीं पानी पिलाने वाली विडियो, कभी दो सांपो को लड़ते हुए वीडियो, तो कभी जूते में घुसे सांप का वीडियो। वहीं इस बार छत्तीसगढ़ से कोरबा जिले से एक अलग ही विडियो सामने आया हैं जिसे देख कर आप भी बिस्तर में सोने से पहले हज़ार बार सोचेंगे और अगर सो भी गए तो डर से नींद नहीं आएगी।

खाट में लेट कर आराम कर रहा था व्यक्ति, फन निकाल कर बहार आया Naag सांप

बता दें कि कोरबा जिले के पोड़ी बहार में नारद पटेल नामक एक व्यक्ति अपने परिवार के साथ रहता हैं, जो चौकीदारी का काम करता हैं उसके घर में एक बड़ा हादसा उस समय टल गया जब उसका साला खाना खा कर खाट में लेट कर फोन में बात करते हुए आराम कर रहा था। तभी अचानक से फन निकाल कर एक जहरीला सांप खाट के एक किनारे से निकल कर खड़ा हो गया। फिर क्या था लेटा हुआ व्यक्ति के हाथ पैर फूल गए और खाट से भाग खड़ा हुआ फिर उसके नजदीक में रहने वाले कमलाकांत तिवारी को इसकी जानकारी दी।

इसके फौरन बाद तिवारी ने स्नेक रेस्क्यू टीम प्रमुख वन विभाग सदस्य जितेन्द्र सारथी को इसकी जानकारी दी। जिस समय वो कहीं रेस्क्यू कर ही रहें थे और थोड़ी देर में पहुंचने की बात कहीं। थोड़ी देर पश्चात् मौके पर पहुंचे जितेन्द्र सारथी ने बड़ी सावधानी से खाट को घर से बाहर निकाला और लोगों को दूर किया। फिर एक सिरे से लोहे के छड़ को घुसाते ही दूसरे सिरे से फन निकाल कर बाहर खड़ा हो गया, मानो कह रहा हो मुझे आराम करने दो। फिर सांप को बड़ी सावधानी रेस्क्यू कर डिब्बे में बंद किया तब जाकार घर वालों ने राहत भरी सास ली और जितेन्द्र सारथी और उनकी टीम का धन्यवाद ज्ञापित किया।

महिलाओं ने कही ये बात
महिलाओं की माने तो नाग का सावन माह में दिखना अच्छी बात हैं, वो इस बात से भी सहमत है साप ने काटा नहीं वरना वो सांप काट सकता था पर ऐसा हुआ नहीं। साथ ही लोगों ने नाग देवता होनी की वजह से नहीं मरना ही उचित समझा और रेस्क्यू टीम को जानकारी दिया।

कल भी देखा गया था सांप
नारद पटेल के साले ने बताया ये साप एक दिन पहले से ही खाट में घुसा हुआ था जिसको कल भी देखा गया था पर लोगों ने ध्यान नहीं दिया और ये सोचा कर आश्वस्त हो गए की वो भाग गया होगा। जबकि ये उनकी और उनके घर वालों के लिए एक बड़ा हादसा में बदल सकता था, इसलिए रेस्क्यू एक्सपर्ट लोगों की माने तो साप दिखते ही रेस्क्यू टीम को जानकारी देना ही समझदारी है न की खुद पहचान कर ऐसी लापरवाही बरतना।

जितेन्द्र सारथी ने बताया
एक ओर आस्था हैं जिसके कारण लोग अक्सर इस समय साप दिखने पर नहीं मारते, वहीं दूसरी ओर ये घटना एक बड़ी लापरवाही हैं जो किसी की जान भी ले सकती थी। थोड़े समय रहते हादसा टल गया जो की अच्छी बात हैं।

जितेन्द्र सारथी ने इलेक्ट्रिक और प्रिंट मीडिया को धन्यवाद ज्ञापित किया की वो अपनी खबरों से लोगों को लगातार जागरूक करते रहते हैं। अंध विश्वास जैसी चीजों में न रहें। साथ ही बारिश के मौसम में घरों में साफ़ सफाई में विशेष ध्यान देने वाली बातो में जोर देते हैं और साथ ही रेस्क्यू टीम को जानकारी देने वाली बात कही हैं।

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Amit Mishra - Editor in Chief
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