पालघर जिले के वाडा में स्तन कैंसर जागरूकता वर्कशॉप का आयोजन

मुंबई, (वायरलेस न्यूज 27 अक्टूबर, 2022) अक्टूबर को दुनियाभर में स्तन कैंसर जागरूकता माह के रूप में मनाया जाता है। यह कैंसर के सबसे प्रचलित रूपों में से एक है जिसके परिणामस्वरूप स्तन के भीतर गांठ का निर्माण होता है जो कि जीवन के लिए खतरा साबित हो सकता है, यदि इसका जल्द पता नहीं लगाया गया तो। इसी क्रम में लोगों के अंदर जल्द खुद से इसका पता लगाने के महत्त्व के प्रति

जागरूकता फैलाते हुए, भारत में सबसे भरोसेमंद निजी जीवन बीमाकर्ताओं में से एक, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस ने वाडा, पालघर जिले में स्तन कैंसर जागरूकता वर्कशॉप का आयोजन किया, ताकि समाज के वंचित वर्गों की महिलाओं को इसके बारे में शिक्षित किया जा सके।

इस आयोजन में वाडा के ग्रामीण क्षेत्रों की 25 से 40 वर्ष तक की लगभग 80 महिलाओं से हिस्सा लिया, जहाँ उन्होंने जीवन रक्षक कौशल सीखा जो प्रारंभिक अवस्था में गांठ का पता लगाने में मदद कर सकता है।

कार्यक्रम का उद्घाटन श्री शांतनु चट्टोराज, रीजनल डायरेक्टर-मुंबई मेट्रो, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस ने मुख्य अतिथि, श्री संजय चुरी, जिला गवर्नर 3231-ए1, लायंस क्लब ऑफ एलीट, डॉ ख्वाजा मुदस्सीर, एमसीसी और आईपीडीजी-जिला 3231-ए3, लायंस क्लब ऑफ एलीट

श्री विकास गुप्ता, ऑन्कोलॉजिस्ट, एमबीबीएस, एमएस, डीएनबी, एफएएमएस और अन्य सम्मानित गणमान्य व्यक्ति में किया गया।

इसे आयोजित करने के लिए, कंपनी ने ऑन-ग्राउंड इवेंट की व्यवस्था हेतु लायंस क्लब ऑफ एलीट के साथ सहयोग किया था। वर्कशॉप का उद्देश्य स्तन कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाना और महिलाओं को यह समझने में मदद करने के लिए स्तन कैंसर के प्रति जागरूक करना कि गांठ कैसा महसूस कर सकती है और प्रारंभिक अवस्था में उनका पता कैसे लगाया जा सकता है। साथ ही, उन्होंने इन महिलाओं में सेल्फ-ब्रेस्ट टेस्ट की आदत डालने के लिए ‘थैंक्स-ए-डॉट’, एक सेल्फ-ट्रेनिंग किट भी वितरित की और इसका उपयोग कैसे किया जाए, इसका प्रदर्शन भी किया।

इस पहल का उद्देश्य महिलाओं को स्वयं के स्वास्थ्य के लिए कदम बढ़ाने के लिए आगे लाना और स्वयं जांच को आदत बनाकर इसे प्राथमिकता देना था। स्तन कैंसर से होने वाली मृत्यु दर और बढ़ती रोगों की संख्या को कम करने के लिए, गांठ का जल्दी पता लगाना महत्वपूर्ण है। शिक्षा की कमी और कमजोर सामाजिक-आर्थिक स्थिति, स्तन कैंसर की जांच से बचने में सबसे अधिक योगदान देती है। इसलिए, एसबीआई लाइफ ने अपनी चल रही पहल ‘थैंक्स-ए-डॉट’ के माध्यम से, स्तन कैंसर के बारे में जागरूकता फैलाना और महिलाओं के बीच व्यवहार में बदलाव लाने के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना है।