अरपा के पुनर्जीवन हेतु कलेक्टर की अध्यक्षता में विशेषज्ञों द्वारा विचार विमर्श

बिलासपुर, (वायरलेस न्यूज 31 अक्टूबर) /कलेक्टर बिलासपुर सौरभ कुमार एवं कलेक्टर गौरेला – पेंड्रा – मरवाही ऋचा प्रकाश चौधरी की संयुक्त अध्यक्षता में माननीय उच्च न्यायालय बिलासपुर द्वारा न्यायालय में प्रचलित पब्लिक इंटेरेस्ट लिटिगेशन के तहत अरपा रिवाइवल प्लान हेतु गठित विशेषज्ञ समूह की उपस्थिति में अरपा को पुनर्जीवित एवं प्रवाहपूर्ण बनाये रखने के लिए जिला कार्यालय के सभाकक्ष में परिचर्चा आयोजित की गई।

परिचर्चा में कलेक्टर बिलासपुर सौरभ कुमार एवं कलेक्टर जीपीएम ऋचा प्रकाश चौधरी ने जिला स्तर पर नगर निगम द्वारा दूषित जल के स्वच्छ निवारण पश्चात नदी में प्रवाह , सिचाई विभाग द्वारा निर्माण संरचना पश्चात जल संरक्षण हेतु प्रचलित एवं प्रस्तावित कार्ययोजना , वन विभाग द्वारा नरवा प्रोजेक्ट तहत मृदा क्षरण को रोकने हेतु तथा नदी में जल प्रवाह को निरंतर

बनाये रखने निर्माण एवं वृक्षारोपण हेतु कार्ययोजना , जिला पंचायत द्वारा मनरेगा के तहत जल संरक्षण एवं भू – जल स्तर के संवर्धन हेतु कार्ययोजना , खनिज विभाग द्वारा अवैध रेत उत्खनन को रोके जाने हेतु कार्ययोजना , मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना तहत नदी के किनारे तट वृक्षारोपण कार्ययोजना , उद्योग विभाग द्वारा फिल्टरेशन पश्चात की दूषित जल का निराकरण , पर्यावरण विभाग द्वारा भू-जल स्तर के मापन की विस्तृत कार्ययोजना विभागीय अधिकारी नगर निगम आयुक्त कुणाल ददावत , वनमण्डल अधिकारी

बिलासपुर निशांत कुमार एवं वनमण्डल अधिकारी जीपीएम श्रीमती प्रेमलता यादव , मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती जयश्री जैन एवं अन्य विभागीय अधिकारियों के माध्यम से विस्तृत कार्ययोजना प्रस्तुत किया गया। माननीय उच्च न्यायालय से गठित एमिकस क्यूरी की ओर से वाय सी शर्मा , ए एस कछवाहा , यू एन एस देव , पी एल चंद्राकर , सी के केशरवानी , स्वर्ण कुमार चंदेल , पिटीशनर अरविंद कुमार शुक्ला ने अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए जिसमें अरपा नदी के उद्गम स्थल का मौका निरीक्षण सहित अतिक्रमण हटाये जाने हेतु अवगत कराया गया जिस पर 26 नवम्बर को संयुक्त निरीक्षण हेतु दिन तय किया गया। नदी को प्रदूषित करने वालों पर जुर्माना एवं कार्यवाही , अवैध रेत उत्खनन पर कार्यवाही सहित आम जनों के सहयोग से वृहद वृक्षारोपण के प्रस्ताव दिए गए जिस पर दोनो कलेक्टर्स द्वारा सहमति व्यक्त की गई। बैठक में उपस्थित सभी अधिकारीगण , अधिवक्ता गण , विशेषज्ञ को विस्तृत कार्ययोजना बनाकर उचित निराकरण के विश्वास पर आभार के साथ बैठक समाप्त की गई।