बिलासपुर/अमरकंटक (वायरलेस न्यूज 21मार्च) संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर महामुनिराज का मंगल चरण अमरकंटक की पावन वसुंधरा में आज मंगलवार को स्पर्श हुआ।महाराज श्री के साथ निर्यापक श्रमण मुनिश्री, प्रसाद सागर जी महाराज, चंद्रप्रभ सागर जी महाराज, निरामय सागर जी

महाराज प्रातः डिंडौरी मार्ग से अमरकंटक पहुंचे। आचार्य श्री के नगर प्रवेश के दौरान बड़ी संख्या में जैन श्रावक जनसमूह ने उनकी भव्य अगवानी की। अमरकंटक के प्रमुख मार्गों को रंगोली से सजाया गया। मुनिश्री की अगवानी करने के लिए सभी महिलाएं, पुरुष, बच्चे, बुजुर्ग शामिल हुए। ढोल नगाड़े और डीजे की धुन पर नाचते गाते लोग धर्मध्वजा लेकर आचार्य श्री को सर्वोदय तीर्थ जैन मंदिर लेकर पहुंचे।

अमरकंटक के सर्वोदय जैनतीर्थ भगवान आदिनाथ जी के मंदिर निर्माण के अवसर पर संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर महाराज जी के सानिध्य में अमरकंटक में 25 मार्च से 2 अप्रैल तक नौ दिवसीय श्री मज्जिनेंद्र पंच कल्याणक प्रतिष्ठा, विश्वशांति यज्ञ एवं गजरथ महोत्सव का आयोजन हो रहा है। आचार्य विद्यासागर जीके अगवानी के दौरान हजारों की संख्या में अनूपपुर जिले सहित बिलासपुर,पेंड्रा,डिंडोरी सहित अन्य स्थानों से समाज के लोग एकत्र है।देवेंद्र जैन (चुन्नू ) ने बताया कि अमरकंटक क्षेत्र के समूचे आश्रम, लाज,और धर्मशालाओं का बुकिंग पूर्ण हो चुका है।बताया गया भगवान आदिनाथ मंदिर के समक्ष बने मानस्तंभ सहस्त्रकूट जिनालय में 1008 प्रतिमा विराजमान होगी। यहां तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है सभी व्यवस्थाओं के लिए अलग-अलग कमेटी बनाकर समाज जनों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। यहां ठहरने भोजन और चिकित्सा की भी उचित व्यवस्था की गई है। पुलिस और प्रशासन द्वारा भी यहां आवश्यक इंतजाम कर दिए गए हैं।

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Amit Mishra - Editor in Chief
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