पूर्व सीएमओ मधुलिका सिंह का मामला, ऑडिट में मिली है अनियमितता, पेंशन रोकने के निर्देश


बिलासपुर (अमित मिश्रा वायरलेस न्यूज 5 फरवरी) रिटायरमेंट के बाद रायगढ़ की पूर्व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मधुलिका सिंह अनियमतिता के एक मामले में फंस गई हैं। जीवनदीप समिति जिला चिकित्सालय बिलासपुर के ऑडिट में साढ़े पांच करोड़ की गड़बड़ी पकड़ी गई है। इस राशि की वसूली की अनुशंसा के अलावा मधुलिका सिंह का पेंशन रोकने के आदेश दिए गए हैं।छग प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने नवंबर 2023 को एक लिखित शिकायत संचालक स्वास्थ्य सेवाएं से की थी। डॉ. मधुलिका सिंह पर आरोप लगाया गया था कि उनके कार्यकाल में भारी भ्रष्टाचार किया गया।


इस पर संचालक स्वास्थ्य सेवाएं ने ऑडिट जांच के आदेश दिए थे। मधुलिका सिंह 2008-09 से 2015-16 तक जिला अस्पताल की सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक थी। ऑडिट में पता चला कि उनके द्वारा जीवनदीप समिति मद में 5,56,07,613 रुपए की वित्तीय अनियमितता और अनाधिकृत व्यय किया गया। उक्त रिपोर्ट में ऑडिटर ने उक्त राशि को मधुलिका सिंह से वसूली योग्य माना है।
पेंशन रोकने के आदेश
मधुलिका सिंह रायगढ़ में भी करीब दो साल तक पदस्थ रहीं। वे 30 नवंबर 2023 को रिटायर हो चुकी हैं। संचालक स्वास्थ्य सेवाएं ने वित्त नियंत्रक पेंशन शाखा को आदेश दिय है कि यदि मधुलिका सिंह को पेंशन जारी न किया गया हो तो इनके समस्त स्वत्वों का भुगतान योग्य स्वीकृति आदेश निरस्त करते हुए पेंशन जारी न करने कोष, लेखा एवं पेंशन कार्यालय को सूचित करें।