बिलासपुर/(वायरलेस न्यूज) “सर्वोदय साहित्य एवं कला मंच कोटा” का वार्षिकोत्सव समारोह बड़े ही हर्षोल्लास के साथ अग्रहरि भवन में संपन्न हुआ ।
समिति की संस्थापिका एवं अध्यक्ष श्रीमती सोमप्रभा तिवारी “नूर” ने कहा- “सर्वोदय “का अर्थ ही है_ सबका उदय । अतः इस अर्थ में “सर्वोदय साहित्य एवं कला मंच”कोटा एवं आसपास के क्षेत्रों में साहित्यिक ,सांस्कृतिक, सामाजिक अभ्युदय एवं विकास के लिए कृतसंकल्पित है ।इसी ध्येय को अंगीकार करते हुए समिति ने विशेष रूप से अठारह प्रतिभावान व्यक्तित्व को सम्मानित किया । इनमें साहित्यकार ,कलाकार , किसान, समाजसेवी ,धर्मसेवी,तथा शिक्षा जैसे क्षेत्रों से जुड़े लोग एवं समितियां शामिल हैं । यह सम्मान उनको उनकी योग्यता , प्रतिभा, कर्मठता तथा कर्मनिष्ठता के कारण प्रदान किया गया ।इस अवसर पर समिति के संरक्षक सतीश तिवारी जी ,देवेंद्र शर्मा पुष्प जी , सचिव विरेंद्रदास मानिकपुरी ,कोषाध्यक्ष श्रीमती प्रभा शर्मा ,सांस्कृतिक प्रमुख विष्णु गुप्ता ,उपाध्यक्ष चंद्रप्रकाश साहू एवम श्रीमती ज्योति श्रीवास , सहसचिव मोहित साहू,कार्यक्रम सहायक एकता गुप्ता जी के उत्साह ने इस कार्यक्रम को विशेष रूप से गति प्रदान की।सतीश तिवारी जी द्वारा अपने पिता की स्मृति में एक “कर्म ही पूजा “नामक सम्मान भी प्रदान किया गया ,जिसे इसी तरह प्रतिवर्ष दिए जाने की घोषणा की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विष्णु अग्रवाल जी(वरिष्ठ समाजसेवी ) के मौन आशीर्वाद ने बिना कुछ कहे ही समिति को अपने ध्येय के प्रति निरंतर प्रगतिशील रहने का संदेश दिया ।विशिष्ट अतिथि रंजीत पवार (डायरेक्टर सी. एस.आर.कॉलेज) के अनुसार यह कार्यक्रम राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम रहा।उन्होंने आशा जताई की भविष्य में समिति और भी बड़े-बड़े आयोजन ऐसे ही करती रहेगी जिससे कोटा और आसपास के प्रतिभावान लोगों को मंच मिलता रहेगा। विशिष्ट अतिथि डॉ.ए.के.यदु जी ने कहा कि निश्चय ही “सर्वोदय” के प्रयास से कोटा का इतिहास साहित्य जगत में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जायेगा ।विशिष्ट अतिथि राघवेन्द्र दुबे जी(प्रांतीय अध्यक्ष, तुलसी साहित्य अकादमी बिलासपुर इकाई) ने कहा कि समिति की एकजुटता ने कोटा जैसे छोटे से क्षेत्र में एक बड़ा साहित्यिक कार्य कर दिया । कार्यक्रम की अध्यक्षता शरद यादव “अक्स” जी(अध्यक्ष कृति कला साहित्य परिषद ,सीपत ) ने अपने आशीर्वचन में यह संदेश दिया कि जिस तरह एक छोटे से पौधे को खाद पानी की जरूरत होती है उसी तरह “सर्वोदय साहित्य कला मंच “अभी एक शिशु की तरह है।स्थानीय लोगों की देखरेख से निश्चित ही एक दिन यह पौधा विशालकाय वटवृक्ष बनेगा कार्यक्रम में आए वरिष्ठ साहित्यकार सतीश जायसवाल जी एवं केशव शुक्ला ने समिति के उज्वल भविष्य की शुभकामनाएं प्रेषित की। कार्यक्रम के प्रथम सत्र का संचालन श्रीमती प्रभा शर्मा तथा द्वितीय सत्र का संचालन श्रीमती ज्योति श्रीवास एवं एकता गुप्ता द्वारा किया गया ।मुख्य अतिथि विष्णु अग्रवाल जी के द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ ही कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ ।तत्पश्चात श्रीमती रीना गुप्ता ने अपने मधुर स्वर से सरस्वती वंदना प्रस्तुत की जिसमें नगर की दो बालिकाओं ने सुंदर नृत्य भी प्रस्तुत किया ।तत्पश्चात अतिथियों का स्वागत किया गया। जिन 18 लोगों को सम्मानित किया गया उनमें शिवशंकर देवांगन जी को “सर्वोदय आध्यात्मिक जागृति सम्मान”, बी जॉन ,एस कपूर , एवं विकास मिश्र जी को “सर्वोदय स्वर साधक सम्मान”,देवी प्रसाद साहू जी को “सर्वोदय सामाजिक जागृति सम्मान”, केशव शुक्ल, बालमुकुंद श्रीवास,अनिल गुप्ता एवं गया प्रसाद साहू जी को “सर्वोदय साहित्य साधक सम्मान”,सतीश तिवारी को “सर्वोदय योगाचार्य सम्मान”, देवेंद्र शर्मा को “सर्वोदय बाल साहित्य सम्मान “,श्रीमती अमृता प्रदीप कौशिक एवम श्रीमती सुधा त्रिवेदी को “सर्वोदय नारी शक्ति सम्मान”,श्री दुर्गेश साहू को “सर्वोदय नगर सेवा सम्मान “, सुखसागर खूंटे को “सर्वोदय कर्मनिष्ठ सम्मान”,अर्पित लाल जी को “सर्वोदय युवा रत्न सम्मान”,दिनेश शुक्ला को “कर्म ही पूजा सम्मान”,देवी प्रसाद साहू को “सर्वोदय सामाजिक जागृति सम्मान” दक्षिणमुखी हनुमान प्रभात फेरी समिति ” एवं “श्री रामचरित मानस प्रचार प्रसार समिति “को “सर्वोदय आध्यात्मिक जागरण सम्मान “प्रदान किया गया । इसके बाद समिति के प्रथम "सर्वोदय साझा _संग्रह" का विमोचन हुआ, जिसकी संपादक समिति की अध्यक्ष सोमप्रभा तिवारी "नूर " हैं।इस "साझा संग्रह" में कोटा _ रतनपुर क्षेत्र के कुल 21 रचनाकारों की रचनाएं सम्मिलित हैं।"साझे _ संग्रह" का यह प्रथम _संस्करण कोटा _रत्नपुर क्षेत्र के साहित्यकारों पर केंद्रित रहा है ।अगले वर्ष से इसमें पूरे प्रदेश के रचनाकारों की रचनाओं को शामिल करने का प्रयास रहेगा । रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बाद दूसरे सत्र में "काव्य संध्या " का शानदार आयोजन हुआ।इस सत्र का शानदार संचालन शगुलशन खमहरी (रायगढ़)के द्वारा किया गया ।स्थानीय कवियों के साथ _साथ बाहर से आए कवियों ने भी एक से बढ़कर एक गीत और कविताएं सुनाई ।सर्वश्री गया प्रसाद साहू ,विनोद गुप्ता ,मोहन सोनी , रामनारायण तिवारी ,पूर्णिमा तिवारी तथा अनेक साहित्यकारों , कलाकारों एवं गणमान्य नागरिकों ने कार्यक्रम में भाग लिया । अंत में आभार व्यक्त करते हुए समिति की अध्यक्ष ने कहा की यह कार्यक्रम सहज सरल व्यक्तित्व के धनी हमारे मुख्य अतिथि विष्णु अग्रवाल जी तथा कर्मनिष्ठ , जुझारू स्वभाव वाले हमारे विशिष्ठ अतिथि रंजीत पवार जी के सहयोग से पूर्णता को प्राप्त किया। उन्होंने जिस तरह से कला और साहित्य को इस क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए सहयोग दिया है उसके लिए समिति उनकी आभारी है।