पत्रकार अशोक व्यास की 14 वीं पुस्तक लांच

बिलासपुर।( वायरलेस न्यूज) कविताओं में वह ताकत होती है जो समाज में वैचारिक बदलाव ला सके। कविताएं हमारे अंतर्मन में गहरा प्रभाव डालती हैं। समय देश काल और परिस्थितियों के अनुसार तैयार की गई कविताएं सामयिक होती हैं।
यह कहना है वरिष्ठ पत्रकार और साहित्यकार अशोक व्यास का। उन्होंने यह बात शुक्रवार को उनकी 14 वीं पुस्तक ‘साक्षी 7′ के विमोचन अवसर पर कही। व्यास ने कहा कि कविताओं के विषयों का चयन उनकी पत्नी श्रीमती बबीता व्यास करती हैं।
उन्होंने बताया कि पुस्तकें लिखने का उद्देश्य यही है कि हम समाज में जागृति ला सकें। महत्वपूर्ण यह नहीं कि कितने लोग इसे पढ़ते हैं बल्कि महत्वपूर्ण यह है कि कितने अधिक लोग इसके माध्यम से लाभ उठा सकते हैं।
अशोक ने बताया कि उनकी पत्नी श्रीमती बबीता व्यास ने उन्हें प्रेरित किया कि एक पत्रकार होने के नाते समाज में लेखन के माध्यम से जागृति लाने प्रयास जरूर करें। यही वजह है कि आज वे 14 पुस्तकें लिख सके। इसके पहले श्री व्यास कविताओं की पुस्तक साक्षी, साक्षी-2 और साक्षी-3, साक्षी-4, साक्षी-5, साक्षी-6 तथा ज्योतिष पर पुस्तक’ समस्याएं आपकी समाधान हमारे’ ‘समस्त व्रत पूजा विधान ‘ पुस्तक के अलावा ‘सत्यनारायण व्रत कथा’ और ‘मंत्र बोलते हैं भाग्य खोलते हैं’, पुस्तक ‘मुहूर्त हाथ में सफलता साथ में’ तथा ‘दोष मिटाएं भाग्य जगाएं’ पुस्तक लिख चुके हैं। पुस्तक का विमोचन बुक्स क्लिनिक के भवन कुदुदंड में शुक्रवार 26 सितंबर को हुआ। इस मौके पर बुक्स क्लीनिक के डायरेक्टर हितेश सिंह बिसेन,को- डायरेक्ट ऋचा सिंह बिसेन,अनिका सिंह बिसेन, श्रीमती बबीता व्यास, साक्षी व्यास, राजेश कुमार बंजारे, रजनी केशरवानी, आर्यन धीवर, सतीश राजपूत, दिव्या सिन्घ्रौल,लव थवाईत,आशीष कुमार धुरी,पूर्णिमा श्रीवास, पल्लवी पाण्डेय, मैनेजर आयुष सिंह, अनुज प्रताप सिंह, जन्मेजय पैकरा, कल्याणी सिंह, विष्णु, प्रतीक एक्का, तुलसी यादव के अलावा बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।