बिलासपुर (वायरलेस न्यूज़) देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह द्वारा भारत के प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी को दिये गये पाँच सुझाव पर बिलासपुर के अधिवक्ताओं ने हर्ष व्यक्त किया है ।
बिलासपुर ज़िला अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष चन्द्र शेखर बाजपेयी ने कहा कि देश में पहली बार किसी राष्ट्रीय नेता ने वक़ीलों के बारे में चिंता व्यक्त की है । डॉक्टर मनमोहन सिंह जी के दिये सुझाओ में सुझाव क्रमांक चार में दिया यह सुझाव कि “वकीलों को फ़्रंटलाइन वर्कर्स घोषित करना चाहते हो ऐसे में उन्हें 45 वर्ष से कम उम्र होने पर भी वैक्सीन लगाई जा सकेगी ।
श्री बाजपेयी ने बतलाया कि वर्तमान में जिस तरह स्वास्थ विभाग,नगर निगम,पालिका,पुलिस विभाग आदि को फ़्रंटलाइन वर्कर्स में रखा गया है उसी तरह अधिवक्ता भी प्रतिदिन कार्य के दौरान न्यायिक कर्मचारी,पक्षकार,न्यायाधीश,पुलिस आदि से सीधे सम्पर्क में आता है तथा अधिवक्ताओं की बैठक व्यवस्था भी 2 गज की दूरी के साथ संभव ही नहीं है । इस तरह वकील कार्य हर तरह से संघर्ष में है अपने जान माल की सुरक्षा के साथ साथ अधिवक्ता गण आर्थिक तंगी से भी परेशान है । उनका कोई वेतन तो होता नहीं है । अनेक वकील इलाज के अभाव में जी रहें है अत्याधिक कष्ट में है । केन्द्रीय सरकार कम से कम उन्हें शारीरिक रूप से स्वस्थ रखने में केन्द्र पहल करें,उपाय करें तथा उनकी आर्थिक समस्या का भी निदान करें ।
अधिवक्ता चन्द्र शेखर बाजपेयी ने बतलाया कि ज़िला के सीनियर अधिवक्ता एम के पाठक,नारायण सोनी,गोविन्द तिवारी,नुपुर पाल,विधि प्रकोष्ट के अध्यक्ष लक्की यादव,प्रदीप राजगीर,अनिल सिंह चौहान,सहित अनेको अधिवक्ताओं ने डॉक्टर मनमोहन सिंह के सुझाव का स्वागत कर उसे पूरा करने का अनुरोध भारत के प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी जी से क़िया है ।
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