विभाग के 1854 वैक्सीनेटेड लोगों में मात्र 58 हुये पॉजिटिव, 3 को ही जाना पड़ा अस्पताल वे भी आज है पूर्णत: स्वस्थ

रायगढ़,(वायरलेस न्यूज़ 8 जून2021) पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग अंतर्गत जिला रायगढ़ में कार्यरत अधिकारी एवं कर्मचारियों को कोरोना वैक्सीन का प्रथम एवं द्वितीय खुराक शत-प्रतिशत लग चुका है। द्वितीय टीकाकरण पूर्ण 1854 लोगों में से मात्र 58 लोग ही कोरोना पाजिटिव हुये जिनमें से मात्र 3 को ही अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता हुई जो कि वर्तमान में पूर्णत: स्वस्थ है। सेकेण्ड डोज लगने के पश्चात एक भी अधिकारी-कर्मचारी की मृत्यु नहीं हुई है।
रिसर्च के मुताबिक रोग की गंभीरता को कम करने में वैक्सीन का पहला डोज लेते है तो वह शरीर को बताता है कि यह वायरस है, जो आपको इन्फेक्ट कर सकता है। तब शरीर उससे लडऩे की क्षमता खुद ही विकसित कर लेता है। पहला डोज भी दो-चार सप्ताह में कुछ प्रतिशत तक एंटीबॉडी बना लेता है। वैक्सीन की संरचना कुछ ऐसी है कि वह शरीर में जाकर एंटीबॉडी रिएक्शन शुरू करती है। शरीर में एंटीबॉडी बनने में वक्त लगता है। पहला डोज लगने के 15-20 दिन बाद एंटीबॉडी बनने लगती है, पर वह इतनी नहीं कि कोरोना को रोक सके। तभी दूसरी डोज लगाते है, जिसे बूस्टर कहते हैं। वैक्सीन का काम है कोरोना वायरस के प्रभाव को कम करना। दूसरे डोज के 15 दिन बाद वायरस के गंभीर लक्षण पैदा करने की क्षमता शून्य हो जाती है।
अच्छी बात यह है कि दूसरा डोज लगने के 15 दिन बाद हम कह सकते है कि वायरस इन्फेक्शन हुआ तो भी वह गंभीर नहीं होगा। वैक्सीन लगवाने का फायदा यह है कि कोरोना संक्रमण हुआ भी तो 99 प्रतिशत मरीजों का इलाज घर पर ही हो सकेगा। अस्पतालों पर लोड नहीं बढ़ेगा। वेंटिलेटर और ऑक्सीजन की जरूरत नहीं होगी। कोरोना इन्फेक्शन भी महज फ्लू होकर रह जाएगा। जल्द से जल्द पूरी आबादी को वैक्सीनेट करने की जरूरत है।