बिलासपुर (वायरलेस न्यूज़ 14 अक्टूबर 20)
स्व अजित जोगी की बहू ,अमित जोगी की पत्नी ऋचा जोगी के जाति मामले की सत्यापन समिति ने समीक्षा करने के बाद फैसले को सुरक्षित रखा है। जाति छानबीन समिति ने अभी तक पेश किए गए दस्तावेजों के आधार पर समीक्षा की। जिसके बाद अब समिति ने आज फिर से एक दिन के लिए और अपना फैसला सुरक्षित रखा है। जाति सत्यापन समिति के सभी सदस्य एक बार फिर दस्तावेजों का अवलोकन करेंगे। जबकि सभी को मालूम है की यह समिति ही गलत है नियम विरूद्ध बनी हुई है आज तक राज्यपाल का इस समिति और कनून को लेकर नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ है इस पर राज्यपाल महोदया की हस्ताक्षर ही नहीं हुआ है ।हम आपको बता दें कि इससे पहले मंगलवार को मामले की समीक्षा करने के बाद फैसला बुधवार तक सुरक्षित रखा। वहीं आज सत्यापन समिति ने फिर से दस्तावेजों के अवलोकन का हवाला देकर फैसले को फिर एक दिन के लिए सुरक्षित रखा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार साफ जाहिर हो रहा है कि सरकार द्वारा इसको 16 तरीक तक टालने कलेटर मुंगेली को कहा गया है उल्लेखनीय है कि सोमवार को ऋचा जोगी ने जवाब के लिए कोरोना संक्रमण का हवाला देते हुए 10 दिनों का वक्त मांगा था। हाईकोर्ट में एक याचिका दायर कर अधिनियम 2013 के संशोधन और जिला समिति के नोटिस को चुनौती दी थी। साथ ही कांग्रेस पर जाति प्रमाणपत्र रद्द करवाकर मरवाही उपचुनाव लडऩे देने से रोकने का आरोप भी लगाया है। वहीं आज जाति छानबीन समिति ने अभी तक पेश किए दस्तावेजों के आधार पर समीक्षा की। जिसके बाद समिति ने एक दिन के लिए फैसला सुरक्षित रखा है। बता दें कि आज सभी को जाति मामले में फैसला का इंतजार था। कांग्रेस के आदिवासी विधायकों ने जाति रद्द करने की मांग की है। आपको ज्ञात होगा माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने स्वर्गीय अजीत जोगी के जाती मामले में स्थगन आदेश दिया हुआ है ।जब तक जोगी के मामले का निराकरण नहीं हो जाता तब तक बेटे बहू का जाति मामले का निराकरण संभव नहीं है।