जगदलपुर 16अक्टूबर 2021
(वायरलेस न्यूज अरुण पाढ़ी)
उद्योग के लिए जमीन पर जनसुनवाई के दौरान हुई हिंसा के बाद चपका में स्थानीय विधायक चंदन कश्यप को वापस लौटना पड़ा था उसके बाद से चपका में कांग्रेस के खिलाफ विरोध शांत नहीं हुआ है। यही कारण है कि प्रभारी मंत्री कवासी लखमा के दशहरा उत्सव में जाने को लेकर प्रशासन और पुलिस तैयार नहीं था। इसलिए मंत्री से निवेदन किया गया बावजूद मंत्री ने दशहरा उत्सव में चपका जाने के अपने निर्णय पर अडिग रहे और शुक्रवार को विजयादशमी के दिन होने वाले दशहरा उत्सव में शामिल होने रवाना हो गए।
हालांकि पुलिस की पुख्ता व्यवस्था के कारण और प्रभारी मंत्री के पर्व में आगमन को लेकर किसी तरह का विरोध नहीं हुआ। चपका पहुंचते ही कवासी लखमा का ग्रामीणों ने परंपरागत तरीके से स्वागत किया। आदिवासी महिला और पुरूष नृत्य में मगन रहे इस बीच कुछ लोगों ने मंत्री को नाचने दल में शामिल कर लिया। आदिवासी नृत्य में प्रभारी मंत्री जमकर नाचे। उन्होंने सभा को संबोधित करते सभी को दशहरा पर्व की शुभकामनाएं दी और गांव में खुशहाली तथा घर-घर में शांति और उन्नति की कामना की।
इस मौके पर विधायक राजमन बेंजाम, जिला कांग्रेस अध्यक्ष बलराम मौर्य, सामु कश्यप, कविता साहू, विक्रम सिंह डांगी, कमलेश पाठक, प्रकाश ठाकुर समेत अन्य कांग्रेसी साथ रहे।
ज्ञात हो कि कंठी वाले बाबा के नाम से बाबा बिहारी दास का बस्तर में बड़ा नाम था। उन्होंने शराब और मांस त्याग कर लोगों को सदाचार और शाकाहार का जीवन जीने प्रेरित किया था। आज उनके पुत्र यहां रहते हैं जहां शिवालय में महाशिव रात्री और दशहरा उत्सव ग्रामीण परिवेश में धूमधाम से मनाया जाता है।