बिलासपुर (वायरलेस न्यूज़ 26 अक्टूबर 2021) । हाइकोर्ट में जमानत के मामलो में बढ़ती पेंडेंसी को देखते हुए चीफ जस्टिस ने नई रोस्टर व्यवस्था लागू की है। नई व्यस्था के तहत अब 6 बैंचों में जमानत मामलों की सुनवाई होगी। जमानत के मामलो में पेंडेंसी बढ़ने के कारण यह व्यस्था वकीलों की मांग पर चीफ जस्टिस अरूप गोस्वामी ने की है। ज्ञातव्य हो कि एक्टिंग चीफ जस्टिस प्रशान्त मिश्रा के समय मे जमानत के मामलो की जल्दी सुनवाई करने के लिये 4 बैंचों में मामले सुनने की व्यवस्था बनाई थी। जिनमे चीफ जस्टिस प्रशान्त मिश्रा के अलावा सामन्त साहब,पीपी साहू साहब,व गौतम चौरड़िया साहब के यहां जमानत याचिकाओं की सुनवाई होती थी। चीफ जस्टिस अरूप गोस्वामी ने पदभार ग्रहण करने के बाद पुरानी व्यवस्था लागू कर दी थी,जिसकी वजह से सिर्फ एक ही रैगुलर बैंच एनके चंद्रवंशी के बैंच में हि जमानत मामलो की सुनवाई हो पा रही थी। एक ही बैंच में सुनवाई होने के कारण जमानत के प्रकरणों की पेंडेंसी बढ़ती गई थी और वकीलों ने और बैंचों में ही जमानत की सुनवाई करवाने के लिये व्यवस्था बनाने की मांग चीफ जस्टिस से की थी। 6 जजो के यहां होगी सुनवाई:- चीफ जस्टिस ने वकीलों की मांग को देखते हुए दीपावली के पहले ही सारी जमानत याचिकाओं का निराकरण करने के उद्देश्य से 6 बैंचों का गठन किया है, जो अस्थाई तौर पर सिर्फ दीपावली अवकाश के पूर्व तक ही जमानत याचिकाओं की सुनवाई करेंगे। अब जस्टिस एनके चंद्रवंशी के अलावा जस्टिस गौतम चौरड़िया,जस्टिस एनके व्यास,जस्टिस रजनी दुबे,जस्टिस दीपक तिवारी,व जस्टिस पीपी साहू की बैंच जमानत याचिकाओं की सुनवाई करेगी। जमानत मामलो की पेंडेंसी:- जमानत के लंबित प्रकरणो की संख्या 1200 के लगभग हो गई थी,जिसके चलते पेंडेंसी निपटाने हेतु रैगुलर जमानत बैंच के अलावा अभी दीपावली तक के लिये अस्थाई तौर पर 5 औऱ बेंचो में जमानत की सुनवाई होगी।