रायगढ़ (वायरलेस न्यूज़ 26 अक्टूबर) । छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के पत्थलगांव में विजयादशमी के दिन गांजे से भरी कार के चालक के द्वारा लापरवाही पूर्वक गाड़ी चलाते हुए लोगों को कुचलने की ह्रदयविदारक बड़ी घटना के बाद भी ओडिशा से अवैध गांजे की तस्करी थमने का नाम नहीं ले रही है। यही नही रायगढ़ का सीमावर्ती सरिया बरमकेला क्षेत्र भी गांजा तस्करों के लिए आवागमन का जरिया बन चुका है। ऐसे ही एक मामले में डोंगरीपाली थाना क्षेत्र के बिरनीपाली बेरियर के पास गांजा तस्कर बेरियर देखकर गांजे से लदा वाहन छोड़कर फरार हो गए। घंटो सर्चिंग के बाद भी उनका पता नही लग सका।
ओडिशा से पूरे देश में छत्तीसगढ़ के विभिन्न रास्तों से गांजे की तस्करी बदस्तूर जारी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा पुलिस अफसरों की बैठक लेकर सख्त निर्देश देने के बाद पूरे प्रदेश की पुलिस ताबड़तोड़ कार्रवाई भी कर रही है। वहीं रायगढ़ जिले में भी एसपी अभिषेक मीणा के दिशा निर्देश पर लगातार कार्रवाई हो रही है। इसी क्रम में मंगलवार की सुबह जिले के डोंगरीपाली थानातंर्गत बिरनीपाली बैरियर के पास तस्कर लाखों रुपए का गांजा व पिकअप वाहन छोड़ भागे। इसके बाद सारंगढ़ एसडीओपी प्रभात पटेल के नेतृत्व में पुलिस व जवानों ने जंगलों में तस्करों को पकडने के लिए घंटों सर्चिंग की, लेकिन समाचार लिखे जाने तक पुलिस को कामयाबी नहीं मिल पायी थी। ओडिशा सीमा से लगे डोंगरीपाली थाना क्षेत्र के बिरनीपाली में आबकारी विभाग का बैरियर लगा हुआ है। यहां पड़ोसी राज्यों से आने व जाने वालों वाहनों की सघन तलाशी ली जाती है। बैरियर में डोंगरीपाली पुलिस व आबकारी विभाग के एक गार्ड की ड्यूटी लगाई गई है। आज सुबह एक बिना नंबर की पिकअप वाहन ओडि़शा की तरफ से पहुंची। जहां बैरियर में तैनात आबकारी विभाग के गार्ड ने वाहन को रोक पूछताछ की तो चालक व खलासी ने गाड़ी में मूंगफली लोड होने की बात कही। दोनों का हाव भाव संदिग्ध लगने वाली पर गार्ड ने तलाशी ली तो तीन मूंगफली बोरियों के बीच तीन बोरी गांजा बरामद हुआ। गार्ड जब तक ट्राला से उतरकर सामने ड्राइवर सीट तक पहुंच पाता। इसके पहले ही दोनों वाहन से उतरकर नौ दो ग्यारह हो गए। दोनों खेत के रास्ते जंगल की तरफ भाग निकले। इस दौरान डोंगरीपाली थाने से एक पुलिसकर्मी भी बैरियर में मौजूद था। थाने में सूचना देने के साथ ही तस्करों का पीछा करने लगे। लेकिन तस्करों को नहीं पकड़ सकें। इसकी भनक सारंगढ़ एसडीओपी प्रभात पटेल को लगते ही वे जवानों को लेकर मौके पर पहुुंचे और ओडि़शा सीमा से लगे घने जंगलों में स्वयं के नेतृत्व में सर्चिंग भी शुरु कर दी गई। इस दौरान कुछ जवान बैरियर के पास वाहनों की तलाशी लेकर तस्करों को ढूंढने का प्रयास किया, लेकिन शाम तक तस्करों को पुलिस नहीं पकड़ पायी थी।