आज़ाद मंच, कोटा नागरिक संघर्ष समिति और पत्रकार संघ के कोटा में रेल स्टोपेज की मांग पे आमरण अनशन पर बैठे सदस्य के समर्थन में उतरा।

राहुल गुप्ता को पिला झंडा उढा और आज़ाद मंच का चिन्ह भेंट कर विक्रांत ने साथियों संग दिया अमरण अनशन को समर्थन साथ बैठे।

विक्रांत ने आन्दोलन स्थल से रेलवे GM से करी बात, कहा कोटा में रेल नही रुकी तो अगला आंदोलन GM कार्यालय के बाहर आज़ाद मंच करेगा।

बिलासपुर( वायरलेस न्यूज़ 1/12/21) कोरोना काल के बाद जहाँ पूरा देश पटरी पे आने की हर मुमकिन कोशिश कर रहा है, तो वहीं रेल्वे अभी तक बेपटरी ही दिख रही है। बिलासपुर जिले के कोटा में आस पास के तमाम लोग कोटा स्टेशन में रुकने वाली 12 ट्रेनों के माध्यम से अन्य स्थानों से संर्पक में रहते आये हैं किंतु कोरोना में बंद की गई ट्रेनें आज भी कोटा स्टेशन पर नही रुकती। जहाँ देश फिर से रफ्तार पकड़ने के लिए जद्दोजहद में लगा है तो वही कोटा वासी संघर्ष में लगे हैं कि कैसे भी उनकी रेल सुविधाएं फिर से शुरू हो जाएं। जिसके लिए पिछले 2 माह से अधिक वक़्त से कोटा नागरिक संघर्ष समिति और कोटा पत्रकार संघ सभी दलों के लोग और गणमान्य नागरिक लगातार आन्दोलन रत रहे हैं पर आश्वासनों के सिवाय कुछ भी उन्हें प्राप्त नही हुआ। कोटा में जनता को पुनः देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने फिर से रेल सुविधाओं का लाभ दिलाने 30 नवंबर को कोटा नगर के एक क्रांतिकारी युवा श्री राहुल गुप्ता ने इस जिम्मेदारी को उठाते हुए आमरण अनशन पर बैठने का निर्णय लिया। संघर्ष समिति के बुलावे पर आज़ाद मंच के सदस्य विक्रांत तिवारी के साथ आन्दोलन स्थल पर पहुंचे और अपना समर्थन दिया। विक्रांत ने आमरण अनशन पर बैठे राहुल गुप्ता को आज़ाद मंच का पिला झंड़ा उढा कर और मंच का चिन्ह भेंट कर अपना समर्थन दिया साथ ही उनके साथ अनशन पर बैठे। विक्रांत तिवारी ने वहाँ प्रशासन और शासन के रवैये पर सवाल खड़े किए आंदोलन स्थल से SDM महोदय से बात कर प्रशासन को इसे गंभीरता से लेने और तत्काल तहसीलदार को संज्ञान लेने आग्रह किया जिसपे कोटा BMO मौके पर पहुँच आंदोलन कारी की जाँच की। साथ ही विक्रांत तिवारी ने रेलवे GM को भी अनशन स्थल से इस मांग से अवगत करवाया और इसे शीघ्र पूरा न होने की स्थिति में आज़ाद मंच द्वारा GM कार्यालय के बाहर आंदोलन करने की बात कही। जिसपे रेलवे GM ने इसपे संज्ञान लेने का आश्वासन दिया।

विक्रांत ने कहा कि कोटा को रेल रुट से काट कर कोटा वासियों को पुनः 50 साल पहले की स्थिति में रहने मजबूर किया जा रहा है। कोटा वासी अपने स्वास्थ से जुड़े ,पारिवारिक कार्यो के लिए, व्यापारिक कार्यो के लिए रेल सुविधा पर निर्भर रहे हैं। किंतु उन्हें रेल सुविधा से वंचित करके कोटवासियों के साथ अन्याय किया जा रहा है जिसे बर्दाश्त नही किया जा सकता। भविष्य में अगर रेलवे उक्त मांगो को तत्काल संज्ञान में लेकर इसका निराकरण नही करता तो आज़ाद मंच इस मुद्दे को GM कार्यालय के बाहर जंगी रूप में लड़ने बाध्य होगा। अनशन स्थल पर समर्थन देने विक्रांत तिवारी के साथ सुनील वर्मा, हिमांशु दुबे, रामावतार रजक, अभिजीत मिश्रा, राजेश गुप्ता , शुभम गुप्ता शामिल हुए।

Author Profile

Amit Mishra - Editor in Chief
Amit Mishra - Editor in Chief
Latest entries