भारत के रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने न्यूज18 इंडियामैनेजिंगएडिटर अमीष देवगन के साथ विशेष बातचीत के दौरान कई बातें साझा कीं।

सवाल: जब आप लखनऊ आते है तो क्या आपको श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की याद आती है क्योंकि यह क्षेत्र उन्हीं का है?

जवाब: अटल जी यहाँ से लगातार सांसद चुने जाते रहे हैं और यहाँ की जनता का प्यार उन्हें हमेशा मिलता रहा था अब मैं इस मामले में भाग्यशाली हूँ कि मुझे भी अटलजी का प्यार हमेशा मिला

सवाल:राहुल गाँधी जब दक्षिण भारत गए तो उन्होने कहा की उत्तर प्रदेश के लोगो की सोच सतही है, उनका कहना है की केरल के लोग डीप थॉट करते है, गहरायी से सोचते हैI

जवाब:राहुल गांधी को अपने बारे में सोचना चाहिए कि इस मानसिक धरातल पर खड़े होकर वो ये सब बोल रहे हैं ये बात मेरी समझ से परे हैं….डीप थॉट के लोग देश के कोने कोने में बैठे हैं उत्तर प्रदेश और बिहार में भी बैठे हैं…ऐसा नहीं है कि डीप थॉट के लोग एक ही जगह पर हैं….राजनीति सिर्फ सरकार बनाने के लिए नहीं की जानी चाहिए…राजनीति समाज औऱ देश को बनाने के लिए की जानी चाहिए और हर नेता के अंदर ये सोच बनी रहनी चाहिए अगर वो राजनीतिक क्षेत्र में काम कर रहा है तो I

सवाल:उत्तर प्रदेश में हवा किसकी दिख रही है?

जवाब:उत्तर प्रदेश में हवाओं का रुख़ साफ़ है और हवा इतनी तेज़ है कि किसी को कोई संदेह करने की ज़रूरत नहीं है…उत्तर प्रदेश में BJP की सरकार बनने जा रही है योगी जी की लोकप्रियता बढ़ी है लेकिन मोदी जी की जो लोकप्रियता है वह तो UNPRALLEL है..हम लोग सिर्फ़ उत्तर प्रदेश में नहीं…हम पाँच राज्यों में जा रहे हैं और जगह जगह जाकर पार्टी का प्रचार कर रहे

सवाल:विपक्ष आरोप लगा रहे है की आप लोगो ने वादे पुरे नहीं किये तो आप इलेक्शन में किस मुँह से जा रहे है?

जवाब:हमारे पुराने मैनिफेस्टो उठा कर देख लीजिए हमने शत प्रतिशत वादों को पूरा किया है हम लोकतंत्र में विश्वास का संकट पैदा नहीं होने देंगे बल्कि विश्वास का संकट विपक्षी दलों ने लोकतंत्र में पैदा किया है उसे हमने चुनौती के रूप में स्वीकार किया

सवाल:क्या एंटी इंकम्बेंसी लगती है आपको?
जवाब:2014 में मोदी सरकार थी लेकिन 2019 के जब लोक सभा चुनाव हुए तो दोबारा चुनकर आए…. हमारे लिए एंटी इंकमबंसी होती है नहीं प्रो इंकमबंसी होती है औऱ यही यूपी में भी होगा

सवाल:अखिलेश यादव तो 400 सीट जीतने का दावाकर रहे हैंI
जवाब:इस बयान से ही आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि उन लोगों को दिन में सपने आ रहे हैं और संकट के समय भगवान के सपने सबको आते हैं लेकिन इस संकट से वो उबर नहीं पाएंगे

सवाल:क्या आपको लगता है की किसान आंदोलन से नुकसान हुआ है आपको पश्चिमी उत्तर प्रदेश में?
जवाब:किसान आंदोलन लंबा चला है इसमें कोई दो मत नहीं हैं….भरपूर कोशिश हमारी तरफ़ से हुई के तीन कानूनों के बारे में लोगों को समझाया जाए…..हमने किसान नेताओं से सुझाव भी माँगे थे कि आप किस तरह का संशोधन चाहते हैं लेकिन हमारे पास कोई सुझाव नहीं आया….लेकिन मैं यह कहना चाहूंगा कि प्रधानमंत्री जी ने जिस तरह की संवेदनशीलता का परिचय दिया है उसकी जितनी भी सराहना की जाए वो कम है…. मोदी जी ने तीन के तीन क़ानून वापस लेकर एक करिश्माई काम किया ..उन्होंने क़ानून वापस लेते हुए कहा कि मैंने किसान भाइयों को भरपूर कोशिश करी समझाने को लेकिन कुछ किसानों के मन में जो इसको लेकर ग़लतफ़हमी थी इसके चलते अब ये क़ानून वापस ले रहे

सवाल:कितनी सीटों का तुकसान होगा बीजेपी को यूपी में?
जवाब:मुझे नहीं लगता किसी तरह का नुक़सान होगा हमें…हम पिछले बार के आंकड़े के ही आस पास रहेंगे इस बात भी…क्योंकि क़ानून व्यवस्था को लेकर जिस तरह का काम हुआ है और उसे हर जगह योगी जी की तारीफ़ हो रही है…मैं उत्तर प्रदेश में जगह जगह पर सभा को संबोधित करना और जिस तरह का जनता का रिस्पांस मिल रहा है उसमें मुझे 325 पाने में कोई संदेह नहीं दिखाई देता है

सवाल:योगी जी ही मुख्यमंत्री होंगे?
जवाब:योगी जी तो लड़ ही रहे हैं इसको लेकर कहा कोई सवाल कहां खड़ा है योगी जी मुख्यमंत्री थे ही और चुनाव हो रहा है

सवाल:सीटें कम हुई तो भी योगी मुख्यमंत्री होंगे?
जवाब:देखिए ये सब तो बाद में पार्लियामेंट्री बोर्ड बैठकर एक साथ तय करता है लेकिन योगी ही मुख्यमंत्री हैं उनके नाम को लेकर कोई विवाद नहीं है

सवाल:चुनावो में अब्बाजान..दंगों…समाजवादी नमाज़वादी शब्दों प्रयोगकाबहुत होने लग गया है तो क्या शब्दों का संतुलन राजनीति में बिगड़ गया है?

जवाब:शब्दों का संतुलन सबको बनाकर रखना चाहिए लेकिन के संदर्भ में क्या बात कही गई है ये मैं नहीं कर सकता ना हो लेकिन मैं आमतौर पर मानता हूँ कि भारतीय जनता पार्टी के लोग संयम और शब्द बनाए रखने की कोशिश करते हैं…उन लोगों को क्या ज़रूरत थी जिन्ना का नाम लेने की…लेकिन उनके दिल की बात उनकी ज़ुबान पर आ गई लेकिन जब आप ऐसे बयान देंगे तो ज़ाहिर है आपके विपक्ष के लोग उस बात को लेकर बोलेंगे

सवाल:समाजवादी औऱ तंमजवादी को साथ में ला देते है बीजेपी के नेता?
जवाब:इसको आप सांकेतिक रूप में लीजिए क्योंकि जब भी समाजवादी पार्टी की सरकार रही तो क़ानून व्यवस्था उनकी एक नाकामी रही है इसको अन्यथा नहीं लिया जाना चाहिए

सवाल:आप अपने औऱ योगी जी के मुख्यमंत्री कार्यकाल में से किसको बेहतर मानते हैं?

जवाब:मैं निश्चित तौर पर मानता हूँ कि योगी जी मुझसे बेहतर मुख्यमंत्री है…उन्होंने बहुत शानदार काम किया है जिस तरह से उन्होंने क़ानून व्यवस्था पर सफलता हासिल कर ली है और जिस तरह से उन्होंने पाँच साल में विकास का काम किया उसकी जितनी भी सराहना की जाए वो कम है…2017 में उत्तर प्रदेश के अर्थव्यवस्था का आकार जहाँ 11, लाख करोड़ रुपये था उसे पाँच वर्षों में बढ़ाकर 21, लाख करोड़ से अधिक ले जाना यह करिश्माई काम है जो योगी जी ने किया है

सवाल:बुल्डोजर भी बहुत चलवा दिए…अखिलेश यादव कहते है यह ठोको सरकार है यह?

जवाब:क़ानून व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने के लिए योगी जी ने जो भी क़दम उठाए हैं वो सारे सराहनीय हैं और उन पर किसी भी तरह का कोई सवाल खड़ा नहीं किया जा सकता

सवाल: अहमदाबाद बलास्ट में समाजवादी कनेक्शन पर I

जवाब:मुझे इसके बारे में कुछ नहीं कहना है…योगी जी ने जो भी कहा होगा वो तथ्यों के आधार पर कहा होगा…योगी जी मुख्यमंत्री हो औऱ उनके पास इंटेलिजेंस की भी जानकारी रहती होगी उन्होने जो भी कहा है तथ्यों के आधार पर कहा होगा…कोर्ट के निर्णय पर कभी सवाल नहीं उठाना चाहिए किसी को आपने देखा होगा कि अयोध्या में हम राम मंदिर चाहते थे कि बना है लेकिन कभी भी हमने क़ानून को हाथ में नहीं लिया जो भी न्यायालय का फ़ैसला हुआ था उस फ़ैसले को हमने स्वीकार किया…मैं समझता हूँ कि न्यायालय का जो भी आदेश आए उस पर किसी को भी कोई टिप्पणी नहीं करनी चाहिए….कोर्ट ने बिलकुल सही कहा है आप समझ सकते हैं कि अगर वो घटना हुई होती तो देश को इतनी बड़ी क्षति हुई होती

सवाल: योगी के य़ूपी कश्मीर बन जाएगा पर आपका क्या कहना है?

जवाब:भारतीय जनता पार्टी लोगों के अंदर डर दिखाकर वोट हासिल करने का प्रयास नहीं करते बल्कि भारतीय जनता पार्टी तो लोगों के अंदर आत्मविश्वास पैदा कर कर उनका समर्थन पाने में यक़ीन रखती है

सवाल: TMCएक नेता केबयान परप्रधानमंत्रीने भी ज़िक्र कियाI
जवाब:हम लोग सबकी रक्षा करते हैं केवल हिंदुओं की नहीं हम समाज के हर वर्ग कि हम लोग रक्षा करते हैं और इसमें कहीं भी किसी तरह की संदेह की गुंजाइश नहीं है

ओवैसी के बयान पर :
चिंता मत करिए वो हिमालय नहीं जा रहे हैं वो प्रधानमंत्री यहाँ व प्रधानमंत्री रहेंगे

चुनाव में बयानों के ज़रिए मान मर्यादाओं को भंग करने के सवाल पर :
सभी पार्टियों को इस तरह की टिप्पणी से बचना चाहिए तल्ख़ टिप्पणी करने का कोई मतलब नहीं है.

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Amit Mishra - Editor in Chief
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