जशपुर (सुनीता गुप्ता वायरलेस न्यूज़) रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र की भाजपा सांसद गोमती साय की पहचान एक तेज तर्रार जनप्रतिनिधि के रूप में बन चुकी है।इन्होंने संसदीय क्षेत्र व इनके गृहजिला जशपुर की कई बुनियादी मुद्दों को लगातार संसद के पटल पर रखकर संसद में दहाड़ने का जिले के इकलौते सांसद होने का कीर्तिमान रच दिया है। काफी लंबे समय से राजनीति से जुड़े रहने वाले राजनीति के जानकारों की माने तो अब तक क्षेत्र के किसी भी सांसद ने क्षेत्र के बुनियादी मुद्दों पर संसद में नहीं बोला जितना कि महज ढाई सालों में सांसद गोमती साय ने ।

सांसद का पद सम्हालने के कुछ ही महीने बाद जब संसद का सत्र शुरू हुआ तो सांसद गोमती ने सबसे पहले जशपुर जिले की बहुप्रतीक्षित मांग रेलवे का मुद्दा उठाया ।सदन के समक्ष अपनी बात रखते हुए सदन को बताया कि जशपुर में रेलवे की कितनी जरूरत है और यहाँ के लोग वर्षों से इसकी माँग कर रहे है।

इसी तरह जशपुर के वनांचल क्षेत्रो में वर्षो से हाथियों का आतंक सिर चढकर बोल रहा है लेकिन एलिफैंट कॉरिडोर को लेकर शासन की ओर से कोई खाश पहल नहीं किये जाने के मुद्दे को भी इन सांसद ने सदन में मजबूती से उठाकर जनसरोकार के भाव को मजबूत किया।सदन में खड़े होकर उन्होंने जशपुर के लोग हाथियों से कैसे जूझ रहे है इस बात को बताया ।

कुछ माह पहले इन्होंने सदन में जशपुर में हो रहे धर्मांतरण का मुद्दा भी उठाया ।हांलाकि बाद में इस मुद्दे को लेकर काफी दिनों तक विवाद और बयानबाजी चलती रही ।उन्होंने सदन में ईसाई मिशनरीज और धर्मांतरण को नक्सलवाद से भी खतरनाक बता दिया था।इसके बाद ईसाई मिशनरीज के पदाधिकारियों के बयान आने शुरू हो गए ।

अभी 2 दिन पहले सांसद ने जशपुर में फ़ूड प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित किये जाने का मुद्दा भी सदन में उठाया ।यह मुद्दा इसलिए ज्यादा अहम है क्योंकि फ़ूड प्रोसेसिंग प्लांट को लेकर कांग्रेस के नेता राहुल गांधी के एक बयान पर भाजपा ने कांग्रेस की जमकर किरकिरी की थी।यू पी चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने यूपी में छग मॉडल का उल्लेख करते हुए बयान दिया था कि प्रदेश के हर जिले में फ़ूड प्रोसेसिंग प्लांट लगाए गए है।राहुल का यह बयान जशपुर सोशल मीडिया में ट्रोल होने लगा ।भाजपा राहुल के बयान को झूठ का पुलिंदा बताने में लग गई ।भाजपा का कहना है कि जशपुर में एक भी फ़ूड प्रोसेसिंग प्लांट नहीं है और कांग्रेस यूपी में इसका ढोल पीट रही है।

आपको बता दें कि सांसद गोमती किसी मुद्दे पर बेवाक और सीधी बात करने के लिए जानी जाती हैं । अपने तीखे बयान और अलग कार्य शैली के चलते मीडिया और सोशल मीडिया में वह सुर्खियों में बनी रहती है । राजनीतिक तौर पर काँग्रेस को सीधा टक्कर देने वाली भाजपा नेत्रियों में इन सांसद के भी नाम शुमार है । कई मौकों पर गोमती कांग्रेस के विरोध में फ्रंट फुट पर रही और फ्रंट में आकर कांग्रेस विधायक का विरोध किया । यही तलखियत उन्होंने कई बार प्राशासन के साथ भी अपनाया । कूल मिलाकर देखा जाय तो बीते ढाई वर्षो में सांसद गोमती ने जिस तरह से खुद का इमेज मेकिंग किया है इससे आने वाले समय मे भाजपा को बड़ा लाभ मिल सकता है ।