बिलासपुर (वायरलेस न्यूज़) कोयले से भरी भारी वाहनों ने सड़को की ऐसी की तैसी कर दी है वही उड़ने वाली दस्त से किसानों की फसले बर्बाद हो रही है ।गुहार लगाते लगाते थक जाने के बाद पीड़ित ग्रामीणों ने पारस कोल वासरी के प्रबंधन के खिलाफ लाम बंद होकर चक्का जाम कर दिया और कोल वासरी बंद करने की मांग करते रहे ।पुलिस और राजस्व अधिकारियो की टीम वहां पहुंच ग्रामीणों को समझाइश देने का प्रयास करते रहे मगर आक्रोशित ग्रामीण सुनने को तैयार नहीं है ।उल्टा उपस्थित ग्रामीणों ने आगामी चुनाव में गम्भीर परिणाम भुगतने तैयार रहने को कहा है।

पारस कोलवाशरी के खिलाफ ग्रामीणों ने मोर्चा खोलते हुए चक्काजाम कर दिया था । गुस्साए ग्रामीणों ने कहा कि कोलवाशरी के चलते गांव की सड़कें बर्बाद हो रही हैं। दिन-रात भारी वाहनों की आवाजाही होती है और वाशरी के डस्ट से उनकी फसलों को नुकसान होने के साथ ही लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। कोलवाशरी के विरोध में कोनी-सकरी थाना क्षेत्र के ग्रामीण घुटकू के घानापार चौक में पिछले कई घंटे से प्रदर्शन कर रहे हैं।उल्लेखनीय है कि सड़क निर्माण में सरकार के करोड़ो रुपए लग गए मगर पारस कोलवासरी द्वारा सड़को का उपयोग बेदर्दी के साथ अपने भारी वाहनों को दौड़ा दौड़ा कर ऐसा कर रहा जैसे सड़क उसने खुद बनवाई हो या उसकी निजी सड़क हो ।प्रशासन के अधिकारी भी लगातार शिकायतों के बाद भी आंख मूंदे बैठे है ।
बिलासपुर से मंगला होते हुए घूटकू तक जाने वाली सड़क भारी वाहनों की आवाजाही के चलते जर्जर हो गई है। सडक में बड़े-बड़े गड्‌ढे हो गए हैं। ऐसे में गांव से आना-जाना करने वाले लोगों को परेशानी हो रही है। ग्रामीणों ने बताया कि सुबह से लेकर रात तक कोलवाशरी की भारी वाहनों के चलते सड़कों की दुर्दशा हुई है। दरअसल, ग्रामीण यहां स्थापित पारस कोलवाशरी को बंद करने की मांग कर रहे हैं। पुलिस व राजस्व अफसरों ने उन्हें समझाइश देने की कोशिश की, लेकिन कल ग्रामीण चार घंटे से प्रदर्शन कर रहे थे और मांगें पूरी कराने के लिए अड़े हुए थे।

कोलवाशरी के भारी वाहनों के चलते सड़क जर्जर हो गई है, जिसे बनाने के लिए भी कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है ।ग्रामीणों का कहना है कि-पहले भी कर चुके हैं मांग, जिला प्रशासन उदासीन है ।
ग्रामीणों ने कहा कि पहले भी उन्होंने कलेक्टर सहित आला अधिकारियों को अपनी समस्याओं से अवगत कराया था, लेकिन अफसरों ने कोई ध्यान नहीं दिया। इसके चलते मजबूरी में चिलचिलाती गर्मी में उन्हें सड़क पर उतरना पड़ा है। ग्रामीण अपनी मांगें पूरी कराने पर अड़े हुए हैं।

ग्रामीणों के साथ विरोध प्रदर्शन करने के लिए स्कूली बच्चें भी पहुंचे

हाथ में तख्ती लिए स्कूली बच्चे भी कर रहे प्रदर्शन
ग्रामीणों की ओर से आयोजित इस विरोध-प्रदर्शन में स्कूली बच्चे भी पहुंचे हैं। हाथ में तख्ती लिए छोटे-छोटे बच्चे चिलचिलाती धूप में नारेबाजी कर सड़क बनाने की मांग कर रहे हैं। बच्चों ने अपने भविष्य पर चिंता जताते हुए कोलवाशरी को बंद करने की मांग की है।

कोलवाशरी में कोयलों के डस्ट से ग्रामीणों को स्वास्थ्य खराब हो रहा है।
कोलवाशरी का विस्तार के लिए , 20 अप्रैल को होगी जनसुनवाई,होगा भारी विरोध
सकरी-कोनी क्षेत्र में तीन से चार कोलवाशरी संचालित हो रही है। इसके चलते पर्यावरण को काफी नुकसान हो रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि रात में उनके घरों में डस्ट गिरता है। इससे उनके स्वास्थ्य खराब हो रहा है। इसके साथ ही पर्यावरण को भी नुकसान हो रहा है। एक तरफ ग्रामीण कोलवाशरी को बंद करने की मांग कर रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ जिला प्रशासन और पर्यावरण विभाग के अफसर कोलवाशरी के विस्तार के लिए योजना बना रहे हैं। तखतपुर तहसील के ग्राम घुटकू में कोल परियोजना के विस्तार के लिए 20 अप्रैल को लोक सुनवाई आयोजित की गई है। यह सुनवाई घुटकू के हायर सेकेंडरी स्कूल परिसर में दोपहर 12 बजे से शुरू होगी। मालूम हो कि मेसर्स फिल कोल बेनिफिट प्राइवेट लिमिटेड ने पर्यावरण संरक्षण मण्डल से अपनी घुटकू स्थित यूनिट के विस्तार के लिए आवेदन किया है। उन्होंने 9.93 हेक्टेयर में संचालित 2.5 एमटीपीए कोल वाशरी को 5 एमटीपीए क्षमता में बढ़ाने के लिए पर्यावरणीय स्वीकृति की मांग की है।ग्रामीणों ने कहा सुनवाई में कोलवासरी के विस्तार का पुरजोर विरोध किया जायेगा क्योंकि हम कोल वासरी बंद करने की मांग कर रहे है तो फिर विस्तार कैसे होगा ।

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Amit Mishra - Editor in Chief
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