पसान (हिमांशु पांडे वायरलेस न्यूज़ ) अटल चौक को तोड़कर जमीन पर किया कब्जा मिटाई चौक की पहचान ग्रामीण है नाराज

कहते हैं नाम किसी जगह की पहचान हुआ करती है पर क्या हो जब उस जगह का नाम ही मिटा दिया जाए तो कैसी होगी उस जगह की पहचान ऐसा ही एक मामला पसान क्षेत्र का है
जहां शासन के पैसों से निर्मित अटल
चौक बनाया गया था जिस चौक को अटल चौक के नाम से लोग जाना करतेे थे उस चौक का नामोनिशान तक मिटा दिया गया है यह करनी सामने आई है आनंद मित्तल नादिया पिता जयकरण दास द्वारा अपने परिवार के सदस्यों दीपांशु, प्रिंस मित्तल आदि ने मिलकर अटल चौक को पूरी तरीके से तोड कर अपने कब्जे में कर लिया गया है
ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जब इन्होंने रात में अटल चौक को तोड़ना शुरू किया आधा हिस्सा तोड़ने के बाद ग्रामीणों के द्वारा जब विरोध किया गया एवं शिकायत की गई तो ग्रामीणों के डर से सामने रात के अंधेरे में ही परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर अटल चौक को बनाने का नाटक किया गया एवं ग्रामीणों के चले जाने के बाद ज्यादा रात हो जाने के बाद अटल चौक का वहां से नामोनिशान मिटा दिया ग्रामीणों के द्वारा फोटो एवं वीडियो जब बनाया गया तो उन्हें भी मारने एवं सबूत मिटाने की कोशिश की गई एवं उनका पीछा भी किया गया इनके इस कृत्य से ग्रामीणों में भारी नाराजगी है आए दिन इसकी इनके कई मामले सामने आए हैं जिनको लेकर ग्रामीण जिनको लेकर ग्रामीण बहुत ज्यादा नाराज एवं उग्र हो चुके हैं
जिसके लिए ग्रामीणों नेकलेक्टर सुश्री रानू साहू से इसकी शिकायत की है एवं जल्द से जल्द अटल चौक को पुनः बनाये जाने एवं शासन के पैसों का दुरुपयोग करने वालों परकड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है
Author Profile

Latest entries
Uncategorized2025.10.18छठ घाट में चल रही साफ सफाई और अन्य व्यवस्थाओं के निरीक्षण के लिए तोरवा छठ घाट पहुंची मेयर पूजा विधानी,समय सीमा में कार्य पूर्ण करने दिए निर्देश*
छत्तीसगढ़2025.10.17बिजली कर्मियों को दीपावली पूर्व वेतन का अग्रिम भुगतान राज्य शासन के निर्णय का पाॅवर कंपनी में परिपालन
Uncategorized2025.10.17खाद्य एवं औषधि प्रशासन केवल चिन्हित मिठाई वाले के यहां ही क्यों सेंपलिंग करते हैं? शहर के बड़े एक मिठाई दुकान को क्यों छोड़ देते हैं!!
Uncategorized2025.10.15रोड मोबाइल मेडिकल वैन (RMMV) के माध्यम से शहडोल उपमंडलीय चिकित्सालय क्षेत्र में चिकित्सा सेवाओं की शुरुआत*