यूक्रेन युद्ध के कारण मेडिकल पढ़ाई बीच मे छोड़ चुके छात्रों को बहुत जल्द सुखद खबर केंद्र की भाजपा सरकार देने की तैयारी में- रेणुका सिंह (केंद्रीय राज्यमंत्री)

रायपुर(वायरलेस न्यूज़) यूक्रेन में युद्ध के चलते मेडिकल की पढ़ाई अधूरी छोड़ आए विद्यार्थी देश के अन्य मेडिकल कालेजों में प्रवेश के लिए राजनेताओं के द्वार पर दस्तक दे रहे है।
इसी कड़ी में विद्यार्थियों एवं अभिभावकों ने आज केंद्रीय राज्यमंत्री श्रीमती रेणुका सिंह से मुलाकात की। श्रीमती सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार उनकी मांगो पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर रही है और जल्द ही विद्यर्थियों को सुखद समाचार मिलेगा।
प्रदेश भर के लगभग 3 लाख विद्यार्थी यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। मगर युद्ध के कारण उन्हें बीच मे ही पढाई छोड़नी पड़ी। तबसे उनकी पढ़ाई रुक गई है जिसके चलते अभिभावक परेशान हो रहे है।
यूक्रेन में युद्ध की अनिश्चितता बनी हुई है। फलस्वरूप छात्र -अभिभावक चाहते है कि बीच की पढ़ाई यहाँ के मेडिकल कॉलेजों में दाखिला मिल जाए जिससे उनकी पढ़ाई जारी रख सके।
छात्रों ने बताया कि युद के चलते उनके कालेज ध्वस्त हो चुके है। ऐसी स्थिति में यदि युद बन्द भी हो जाए तब भी पढ़ाई के हालत में नही होंगे।
इसी बात से चिंतित विद्यर्थियों ने आज केंद्रीय राज्य मंत्री श्रीमती रेणुका सिंह से मिलकर विस्तार से चर्चा की।
श्रीमती सिंह विद्यर्थियों की बातों से सहमत नजर आए और उन्हें भरोसा दिलाया कि बच्चों के भविष्य को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्र की भाजपा सरकार कभी खराब नही होने देगी।
उनके उज्वल भविष्य के लिए जो कुछ भी संभव हो पावेगा वह प्रधानमंत्री की अगुवाई में जरूर किया जावेगा।
श्रीमती रेणुका सिंह ने यह भी कहा कि केन्द्र की सरकार उनकी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करने में जुटी हुई है।और जल्द ही विद्यर्थियों को सुखद समाचार मिलेगा।
Author Profile

Latest entries
Uncategorized2025.07.22रेलवे सुरक्षा बल दपूमरे, बिलासपुर ने नशीले पदार्थो पर अभियान चला 15 लाख रु. का मादक पदार्थ जप्त कर 8 लोगों को गिरफ्तार किया
Uncategorized2025.07.22अडानी को बघेल अपने कार्यकाल में खुद बुलाये अब अडानी भगाओ छत्तीसगढ़ बचाओ का ढोंग कर रहे
Uncategorized2025.07.22पॉवर कंपनी के अधिकारियों ने तोरवा में किया वृक्षारोपण ईडी श्री अम्बस्ट ने लगाया पौधा
Uncategorized2025.07.22न्यायपालिका में भी ‘पॉवर पॉलिटिक्स’ की दस्तक!* *वित्त मंत्री ओपी चौधरी के नाम का असर, अधिवक्ताओं में रोष* *बाईपास कर दी गई प्रक्रिया, संघ के पैनल को नजरअंदाज कर दी गई नियुक्ति*